ऑपरेशन सिंदूर पर I.N.D.I.A की बैठक में 16 दल शामिल, संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग
नई दिल्ली, एजेंसियां। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए I.N.D.I.A. की मंगलवार को नई दिल्ली में बैठक हुई। इसमें 16 विपक्षी पार्टियों ने हिस्सा लिया।
टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने जानकारी दी कि सभी दलों ने पीएम को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।
आम आदमी पार्टी (AAP) मीटिंग में शामिल नहीं हुई। डेरेक ने बताया कि AAP बुधवार को प्रधानमंत्री को अलग से चिट्ठी भेजेगी।
16 दल शामिल, आप, एनसीपी (शरद) नहीं पहुंचीः
बैठक में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस (AITC), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), राष्ट्रीय जनता दल (RJD), जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP), झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), विदुथलाई चिरुथैगल काची (VCK), केरल कांग्रेस, मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (MDMK), और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन शामिल हुईं। पर आम आदमी पार्टी और एनसीपी (शरद) नहीं शामिल हुए।
ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के खिलाफ भारत का पक्षः दुनिया के सामने रखने के लिए केंद्र सरकार ने 7 ऑल पार्टी डेलिगेशन को वर्ल्ड टूर पर भेजा है। इस हफ्ते के अंत तक सभी डेलिगेशन वापस भारत लौट जाएंगे। विपक्ष उनके लौटने के बाद अगले हफ्ते विशेष सत्र में इस मुद्दे पर बहस की मांग कर रहा है।
RJD के मनोज झा ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर हुआ। हम की भावना से सोचने के बावजूद कुछ चिंता के लक्षण उभरे। दुनिया के एक देश के राष्ट्रपति रोज संरपंचई कर रहे हैं। 15 दिन में 13 बयान दिए। इससे कोई सरकार आहत हो या न हो, कोई राजनीतिक दल आहत हो या न हो, हिंदुस्तान की भावना आहत हुई है। ये पीड़ा है। ये चर्चा सोशल मीडिया, टीवी डिबेट्स में नहीं होगी। 1962 में चीन से युद्ध के दौरान संसद सत्र बुलाया गया था।