पाकुड़। सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनी, तो संथाल परगना में आदिवासियों की जमीन पर अवैध रूप से बने घरों को गिरा दिया जाएगा।
वे पाकुड़ में पत्रकारों से बात कर रहे थे। निशिकांत ने महेशपुर के गायबथान, पाकुड़ के तारानगर और केकेएम कॉलेज के छात्रावास का दौरा किया।
बता दें कि बीते दिनों गायबथान में एक आदिवासी की जमीन कब्जा करने को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मारपीट की थी। जबकि, तारानगर में दो परिवारों के बीच हुए विवाद को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया गया था।
वहीं, केकेएम कॉलेज के छात्रावास में पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हुई थी। इस झड़प में नौ छात्र और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
तीनों स्थानों पर घटित घटनाओं के बाद से ही भाजपा के कई बड़े नेता इन स्थानों का दौरा कर चुके हैं।
इसी क्रम में निशिकांत दुबे भी मंगलवार को पाकुड़ पहुंचे और पीड़ितों से मिलकर उन्हें मदद का भरोसा दिया।
गोड्डा सांसद ने कहा कि छात्रों के ऊपर किए गए झूठे मुकदमे के विरुद्ध भाजपा सुप्रीम कोर्ट तक छात्रों का साथ देगी।
दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कराएगी। उन्होंने कहा कि सन 1949 में संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम (एसपीटी) केवल इसलिए बनाया गया था, क्योंकि यहां के आदिवासियों की जमीन की रक्षा की जा सके। लेकिन, आज बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण इन आदिवासियों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से अंडमान निकोबार में आदिवासी केवल एक द्वीप में सिमट गए हैं, यदि यहां भी यही हाल रहा तो संथाल परगना से भी आदिवासियों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।
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