CBI ने झारखंड में की बड़ी कार्रवाई
हजारीबाग, एजेंसियां। NEET पेपर लीक केस में झारखंड के हजारीबाग से CBI ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
इसमें ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज और पत्रकार जमालुद्दीन हैं।
एजेंसी तीनों को शुक्रवार रात करीब 10 बजे हजारीबाग से पटना लेकर चली गई। इस केस में 27 जून को बिहार के पटना से एजेंसी ने 2 लोगों को अरेस्ट किया था।
पूरे दिन चली पूछताछ
एहसान उल हक समेत 3 लोगों से CBI ने शुक्रवार को दिनभर पूछताछ की। अब उन्हें स्पॉट पर ले जाकर टीम सबूतों को पुख्ता करेगी।
CBI और पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 3 मई को NEET के क्वेश्चन पेपर कूरियर एजेंसी ब्लू डार्ट के हजारीबाग नूतन नगर सेंटर से बैंक ले जाने की बजाय पहले ओएसिस स्कूल लाए गए।
इसके बाद यहां से बैंक भेजे गए। संदेह है कि क्वेश्चन पेपर का पैकेट स्कूल में ही खोला गया था।
ओएसिस स्कूल से ही UGC नेट पेपर लीक का भी शक
आज जब स्कूल में पूछताछ चल रही थी, तब FSL की टीम को भी बुलाया गया। टीम ने भी कुछ सबूत इकट्ठे किए हैं।
एक अन्य जानकारी UGC नेट से भी जुड़ी है, जो इसी स्कूल (ओएसिस) की है। UGC नेट परीक्षा भी इसी सेंटर पर हुई थी।
इसी स्कूल से नेट के प्रश्नपत्र लीक होने का शक भी है। टीम ने स्कूल के वाइस प्रिंसिपल सह सेंटर सुपरिंटेंडेंट इम्तियाज आलम का एक मोबाइल और लैपटॉप जब्त किया है। एजेंसी को शक है कि ओएसिस स्कूल से ही पेपर लीक किया गया है।
चिंटू और मुकेश को लेकर रॉकी के घर पहुंची CBI
पटना में CBI आरोपी चिंटू और मुकेश को साथ लेकर उनके दोस्त रॉकी के घर पहुंची। बताया जा रहा है कि पटना के कंकड़बाग में रॉकी के घर से कई सबूत हाथ लगे हैं। चिंटू की देवघर में गिरफ्तारी के बाद रॉकी फरार हो गया था।
CBI ने चिंटू, मुकेश, आशुतोष और मनीष कुमार के मोबाइल की जांच की। पता चला कि ये सभी आरोपी पिछले 6 महीने से आपस में संपर्क में थे। हर आरोपी को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई थी।
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