नयी दिल्ली, एजेंसियां : मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने ‘‘बेहिसाब’’ चंदे की जांच के लिए एक तंत्र बनाये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि चंदा देने वालों की गोपनीयता को संरक्षण मिले और उन्हें परेशान न किया जाए।
लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान चुनावी बॉण्ड पर एक सवाल का जवाब देते हुए कुमार ने कहा, ‘‘जहां तक चुनावी बॉण्ड का सवाल है, आयोग हमेशा पारदर्शिता के पक्ष में रहा है।’’
उन्होंने कहा कि ईवीएम के युग में कई छोटे राजनीतिक दल अस्तित्व में आए, जबकि मतपत्रों के दौर में ऐसा नहीं था।
कुमार का कहना था कि उम्मीदवारों के सामने ‘मॉक पोल’ होता है।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘अधूरी हसरतों का इल्जाम हर बार हम पर लगाना ठीक नहीं, वफा खुद से नहीं होती खता ईवीएम की कहते हो। बाद में गोया परिणाम आता है तो उस पर कायम नहीं रहते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ईवीएम 100 प्रतिशत सुरक्षित हैं। हमने बहुत सारे सुधार किए हैं। एक-एक ईवीएम का नंबर उम्मीदवारों को दिया जाएगा।’’
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