Mamta Kulkarni:
लखनऊ, एजेंसियां। प्रयागराज में बुधवार को किन्नर अखाड़े से अलग होकर ‘सनातनी किन्नर अखाड़े’ का गठन किया गया। यह फैसला उस समय आया जब पूर्व अभिनेत्री ममता कुलकर्णी उर्फ यामाई ममता नंद गिरी को लेकर अखाड़े में विवाद चरम पर पहुंच गया। किन्नर अखाड़े की प्रदेश अध्यक्ष और महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्या नंद गिरी उर्फ टीना मां ने नए अखाड़े का औपचारिक गठन किया।
विवाद की शुरुआत
उन्होंने संगम तट पर वैदिक विधि से स्नान और अभिषेक के बाद बैरहना स्थित दुर्गा पूजा पार्क में महामंडलेश्वर पद की पट्टा अभिषेक की रस्म पूरी की। इस मौके पर काशी से आए डमरूवादकों ने आरती कर वातावरण भक्तिमय बना दिया। देशभर से आए किन्नरों ने नृत्य और भजन के साथ खुशी जताई। विवाद की शुरुआत तब हुई जब ममता कुलकर्णी को 2025 के महाकुंभ में महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद उनका प्रभाव बढ़ने लगा। गोरखपुर में दाऊद इब्राहिम पर दिए बयान ने विवाद को और भड़का दिया, जिसके बाद अखाड़ा दो फाड़ हो गया।
टीना मां ने किन्नर अखाड़े पर लगाया आरोप
टीना मां ने किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर तानाशाही और एकतरफा फैसले लेने का आरोप लगाया। वहीं, कामाख्या पीठाधीश्वर भवानी मां ने बताया कि नया अखाड़ा आगे भी जूना अखाड़े के सानिध्य में रहेगा।मुंबई की समाजसेवी और अभिनेत्री गौरी सामंत ने कहा कि नया अखाड़ा सनातन धर्म, संस्कृत शिक्षा और सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण के लिए कार्य करेगा तथा गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करने की
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