Chhath Puja Delhi Ghats:
नई दिल्ली, एजेंसियां। छठ महापर्व अब सिर्फ बिहार और उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं रहा, बल्कि दिल्ली-एनसीआर में भी यह पर्व पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। राजधानी के विभिन्न घाटों पर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय हजारों श्रद्धालु निर्जला व्रत रखकर सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करते हैं। इसके लिए यमुना तट पर बने घाटों को विशेष रूप से सजाया-संवारा जाता है, जहां रोशनी, सुरक्षा और सफाई की बेहतरीन व्यवस्था रहती है। अगर आप दिल्ली या आसपास रहते हैं और इस बार छठ पूजा का अनुभव लेना चाहते हैं, तो ये पांच घाट आपके लिए खास हो सकते हैं—
ITO यमुना घाट:
दिल्ली का सबसे लोकप्रिय छठ घाट, जहां हर साल हजारों लोग जुटते हैं। प्रशासन की ओर से यहां विशेष सुरक्षा, लाइटिंग और सुविधाओं की व्यवस्था की जाती है। अगर आप यहां जाने का प्लान बना रहे हैं तो सूर्यास्त से पहले पहुंचें, ताकि घाट की सजावट और अर्घ्य का पूरा अनुभव ले सकें।
निगमबोध घाट:
यमुना के किनारे स्थित यह पारंपरिक घाट अपेक्षाकृत शांत माहौल के लिए जाना जाता है। यहां भक्तों की भीड़ थोड़ी कम होती है, जिससे पूजा-आराधना शांति से की जा सकती है। छठ की भव्यता को कैमरे में कैद करने के लिए यह घाट एक बेहतरीन विकल्प है।
वजीराबाद ब्रिज घाट:
प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर यह घाट श्रद्धालुओं का पसंदीदा स्थल है। खासकर सुबह के समय सूर्योदय का दृश्य बेहद मनमोहक होता है। अगर आप छठ पूजा के आध्यात्मिक माहौल में खो जाना चाहते हैं, तो यह घाट जरूर जाएं।
कालिंदी कुंज घाट:
दिल्ली का यह घाट अपनी जगमग रोशनी और उत्सव भरे माहौल के लिए प्रसिद्ध है। शाम को अर्घ्य देने के समय यहां का नजारा बेहद आकर्षक होता है। हालांकि, पार्किंग की दिक्कत से बचने के लिए पहले से जगह सुनिश्चित कर लें।
कुदेशिया घाट:
साफ-सुथरा और सुव्यवस्थित यह घाट परिवारों के लिए उपयुक्त माना जाता है। यहां भीड़ अपेक्षाकृत नियंत्रित रहती है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों के साथ सुरक्षित पूजा संभव होती है। इस बार छठ पर्व पर दिल्ली के ये घाट न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बनेंगे, बल्कि सांस्कृतिक एकता और उत्सव का भी केंद्र होंगे।
इसे भी पढ़ें



