Mock Drill:
नई दिल्ली, एजेंसियां। देश में सुरक्षा एजेंसियां फिर से अलर्ट पर हैं। पाकिस्तान से सटे चार राज्यों कश्मीर, राजस्थान, गुजरात और पंजाब में गुरुवार की शाम को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। यह ड्रिल आतंकवाद के खतरों से निपटने की तैयारी और प्रतिक्रिया को परखने के उद्देश्य से की जाएगी।
Mock Drill: क्यों हो रहा मॉक ड्रिल
यह मॉक ड्रिल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हो रही है, जो 6-7 मई की रात पाकिस्तान के खिलाफ चलाया गया था। ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला था, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। उस हमले में आतंकियों ने धर्म पूछकर निर्दोष लोगों की हत्या की थी।
Mock Drill: मॉक ड्रिल का मकसद
मॉक ड्रिल का मकसद संभावित आतंकी खतरों के प्रति सुरक्षा तैयारियों का आकलन करना और हॉस्टेज संकट जैसी आपात स्थितियों में अपनाई जाने वाली रणनीति की समीक्षा करना है। इससे पहले भी देश के कई हिस्सों में मॉक ड्रिल के दौरान आतंक निरोधी दस्तों और कमांडो ने वास्तविक हमले की तरह अभ्यास किया है। पहलागाम आतंकी हमले के बाद से सुरक्षा एजेंसियां लगातार सतर्क हैं और विभिन्न जगहों पर ऐसे अभ्यास किए जा रहे हैं ताकि किसी भी वास्तविक खतरे की स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई हो सके।
इसके अलावा, भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती से पेश करने के लिए सात दलों का डेलिगेशन अलग-अलग देशों का दौरा भी जारी रखा है। इस पहल से दुनिया भर में भारत के आतंकवाद विरोधी संदेश को समर्थन मिल रहा है।
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