दिनांक – 10 दिसम्बर 2024
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ॠतु
मास – मार्गशीर्ष
पक्ष – शुक्ल
तिथि – दशमी 11 दिसम्बर प्रात: 03:42 तक तत्पश्चात एकादशी
नक्षत्र – उत्तरभाद्रपद दोपहर 01:30 तक तत्पश्चात रेवती
योग – व्यतीपात रात्रि 10:03 तक तत्पश्चात वरीयान
राहुकाल – शाम 03:15 से शाम 04:36 तक
सूर्योदय 06:16
सूर्यास्त – 5:35
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण – पंचक
विशेष-
मोक्षदा एकादशी के दिन इतना करने से पहाड जैसे पाप होगे नष्ट और सुख समृद्धि बढेगी
एकादशी के दिन करने योग्य
11 दिसम्बर 2024 बुधवार को प्रात: 03:42 से रात्रि 01:09 (12 दिसम्बर 01:09 AM) यानि 11 दिसम्बर को पुरा दिन एकदशी है।
विशेष – 11 दिसम्बर, बुधवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें ।
एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें …….विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे।
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