ORS fraud:
नई दिल्ली, एजेंसियां। बच्चों और वयस्कों में डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी दूर करने के लिए ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ORS) का उपयोग किया जाता रहा है। हालांकि, हाल ही में विशेषज्ञों ने चेताया है कि बाजार में बिकने वाले कई उत्पाद असली ORS के मानकों पर खरे नहीं उतरते। असली ORS में प्रति लीटर 13.5 ग्राम चीनी और निर्धारित मात्रा में नमक होता है, जबकि कई पैकेटों में 110-120 ग्राम चीनी मिलाई जाती है, जिससे यह पेय डिहाइड्रेशन की स्थिति में और नुकसान पहुंचा सकता है।
हैदराबाद की बाल रोग विशेषज्ञ ने कहा:
हैदराबाद की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. शिवरंजनी संतोष ने लंबे समय तक इस समस्या पर ध्यान दिया। उन्होंने पाया कि बच्चों को गंभीर डिहाइड्रेशन के साथ क्लिनिक में लाया जाता है, जबकि घर पर वे ORS ले रहे होते हैं। उन्होंने बताया कि बाजार में बिकने वाले टेट्रापैक पैक अक्सर सही चीनी-नमक अनुपात नहीं रखते और इनमें अतिरिक्त शुगर मिलाकर उन्हें फ्लेवर्ड पेय की तरह बना दिया जाता है।
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने अब इस पर सख्त कार्रवाई की है और ओआरएस शब्द के दुरुपयोग पर प्रतिबंध लगाया है। इसके तहत किसी भी उत्पाद के नाम, लेबल या ट्रेडमार्क में ORS का गलत इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
असली ORS कैसे पहचानें:
डॉ. भावेश गुप्ता के अनुसार, असली ORS के पैकेट पर हमेशा WHO फॉर्मूला स्पष्ट रूप से प्रिंटेड होता है। फ्लेवर के लिए कुछ पैक में ऐडेड शुगर हो सकती है, लेकिन हमेशा डब्ल्यूएचओ फॉर्मूला की पुष्टि करें। असली ORS केवल डिहाइड्रेशन के समय ही लिया जाना चाहिए, न कि नियमित रूप से।
ओआरएस के सही लाभ:
ORS शरीर में खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे पोटेशियम और सोडियम की कमी को पूरा करता है और पानी की कमी को जल्दी दूर करता है। हल्के स्तर के डिहाइड्रेशन में पानी और जूस पर्याप्त होते हैं, लेकिन मध्यम या गंभीर स्तर पर ORS आवश्यक है।
विशेषज्ञों का कहना:
विशेषज्ञों का कहना है कि सही ORS चुनना बेहद जरूरी है, ताकि बच्चों और वयस्कों में डिहाइड्रेशन के कारण होने वाले जोखिमों को कम किया जा सके। घर पर ORS घोल बनाते समय भी WHO की निर्धारित मात्रा का पालन करें।
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