आंध्र प्रदेश, एजेंसियां। एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि तिरुपति बालाजी मंदिर के एक पुजारी के घर से करोड़ों के जेवरात और नकदी बरामद हुई है।
यह दावा पूरी तरह गलत है और इसका तिरुपति मंदिर या वहां के पुजारियों से कोई संबंध नहीं है।
जानिए क्या है मामला?
जब इस दावे की पड़ताल की गई, तो पता चला कि वायरल वीडियो का तिरुपति मंदिर से कोई लेना-देना नहीं है।
यह वीडियो आंध्र प्रदेश के एक अन्य मामले से जुड़ा है, जहां एक संदिग्ध के घर छापेमारी की गई थी।
वीडियो में दिखाए गए सामान का संबंध किसी पुजारी से नहीं है। तिरुपति बालाजी मंदिर के अधिकारियों ने भी इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है।
कैसे फैला झूठा दावा?
इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तिरुपति मंदिर से जोड़कर वायरल किया गया। कैप्शन में यह दावा किया गया कि पुजारी ने भक्तों द्वारा दिए गए दान का दुरुपयोग किया और अपने घर में संपत्ति इकट्ठा की।
तिरुपति मंदिर के प्रशासन की प्रतिक्रिया
मंदिर प्रशासन ने इस दावे को “झूठा और दुर्भावनापूर्ण” करार दिया है। उन्होंने कहा कि मंदिर की सुरक्षा और पारदर्शिता के सख्त नियम हैं, और पुजारियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जाती है।
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