दिनांक – 26 जून 2024
दिन – बुधवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा ॠतु
मास – आषाढ
पक्ष – कृष्ण
तिथि – पंचमी रात्रि 08:55 तक तत्पश्चात षष्ठी
नक्षत्र – धनिष्ठा दोपहर 01:05 तक तत्पश्चात शतभिषा
योग – विष्कंभ सुबह 06:14 तक तत्पश्चात प्रीति
राहुकाल – दोपहर 12:42 से दोपहर 02:22 तक
सूर्योदय-05:10
सूर्यास्त- 06:22
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण – पंचक
विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
गोमती चक्र का यह उपाय बढाएगा बरकत
व्यवसाय में सफलता हेतु
कपूर और रोली को जलाकर उसकी राख बना लें और उसे दुकान आदि के गल्ले में रखें। इससे व्यापार में उत्तम वृद्धि होती है।
कर्मयोग दैनंदिन – 2024
तुतलापन मिटाने के लिए
2-3 बादाम के गिरी मिक्सी में अच्छी तरह घोट के और मक्खन व मिश्री मिलाकर बराबर चबा चबा कर खाएं l 1 हफ्ते में तोतलेपन में आराम होता है l*
उन्नतिकारक कुंजियाँ
हलका भोजन करने से शरीर में स्थूलता कम होती है, मन भी सूक्ष्म होता है | सूक्ष्म मन प्रसन्नता का द्योतक है|
भृकुटी में तिलक करने से ज्ञानशक्ति का विकास होता है|
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