नई दिल्ली, एजेंसियां। CBI ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की परीक्षा व भर्ती में अनियमितता व भ्रष्टाचार के मामले में आयोग के पूर्व अध्यक्ष, सचिव तथा परीक्षा नियंत्रक के ठिकानों पर दबिश दी है। उनके परिसरों की तलाशी ली गई है।
सीबीआई द्वारा जारी बयान के मुताबिक छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के अनुरोध पर CGPSC के पूर्व अध्यक्ष तमन सिंह सोनवानी, पूर्व सचिव जीवन किशोर ध्रुव और पूर्व सचिव, पूर्व परीक्षा नियंत्रक सहित अन्य पर मामला दर्ज किया है।
इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे, बेटी, रिश्तेदारों, अपने परिचितों आदि को भर्ती करके अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया।
नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप
सीबीआई के मुताबिक, यह भी आरोप है कि तत्कालीन अध्यक्ष के बेटे का चयन कथित तौर पर डिप्टी कलेक्टर, उनके बड़े भाई के बेटे का चयन डिप्टी एसपी एवं उनकी बहन की बेटी का चयन लेबर आफिसर, उनके बेटे की पत्नी का चयन डिप्टी कलेक्टर तथा उनके भाई की बहू का चयन जिला आबकारी अधिकारी के पद पर हुआ।
सीबीआई के मुताबिक, सीजीपीएससी के पूर्व सचिव द्वारा अपने बेटे का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर कराने का आरोप है।
यह भी आरोप है कि इन अधिकारियों के अतिरिक्त छत्तीसगढ़ सरकार के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों के पुत्रों, पुत्रियों, रिश्तेदारों के साथ-साथ राजनीतिक नेताओं एवं पदाधिकारियों को डिप्टी कलेक्टर व डीएसपी आदि के रूप में चयनित किया गया।
2020 से 2022 के बीच गड़बड़ी का आरोप
सीबीआई ने वर्ष 2020-2022 परीक्षा के दौरान सीजीपीएससी द्वारा डिप्टी कलेक्टर, डिप्टी एसपी एवं अन्य वरिष्ठ पदों के चयन में पक्षपात के आरोपों से सम्बन्धित मामलों की जांच को अपने हाथों में लेने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया है। इस मामले में जांच जारी है।
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