दिनांक – 23 दिसम्बर 2024
दिन – सोमवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शिशिर ॠतु
मास – पौष
पक्ष – कृष्ण
तिथि – अष्टमी शाम 05:07 तक तत्पश्चात नवमी
नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी सुबह 09:09 तक हस्त
योग – सौभाग्य शाम 07:55 तक तत्पश्चात शोभन
राहुकाल – सुबह 08:34 से सुबह 09:55 तक
सूर्योदय 06:23
सूर्यास्त – 05:20
दिशाशूल – पूर्व दिशा मे
व्रत पर्व विवरण –
विशेष- *अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
तुलसी को पानी अर्पण से पुण्य
अपने घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाना चाहिए उसकी हवा से भी बहुत लाभ होते हैं और तुलसी को एक ग्लास पानी अर्पण करने से सवा मासा सुवर्ण दान का फल मिलता है।
वास्तु दोष
जिन के घर का मुख दक्षिण में हो, वे अपने घर के दरवाजे के बाहर एक गमले में आम का पौधा लगायें और गुरुमंत्र का जप करें ।
गंगा स्नान का फल
“जो मनुष्य आँवले के फल और तुलसीदल से मिश्रित जल से स्नान करता है, उसे गंगा स्नान का फल मिलता है ।” (पद्म पुराण , उत्तर खंड)
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