CBI सपोर्ट नहीं कर रही
कोलकाता, एजेंसियां। ‘आरजी कर हॉस्पिटल में संजय को सभी जानते हैं। संजय भी सबको जानता है, फिर भी किसी का नाम नहीं बता रहा। वो खुद चाहता था कि उसका पॉलीग्राफ टेस्ट हो, ताकि सच सामने आए। वो खुद को बेगुनाह साबित कर सके।’
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर केस में अरेस्ट संजय रॉय की वकील कबिता सरकार मानती हैं कि संजय के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं हैं।
वे कहती हैं कि सिर्फ एक CCTV फुटेज की वजह से साबित नहीं होता कि संजय गुनहगार है। वे CBI और कोलकाता पुलिस पर भी सपोर्ट न करने का आरोप लगाती हैं।
इनका हो चुका है पॉलीग्राफ टेस्ट
इस केस में संजय रॉय के अलावा मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, दो PGT स्टूडेंट, एक हाउस स्टाफ और एक इंटर्न का पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ है। संजय से 25 और 26 अगस्त को सवाल किए गए।
गिरफ्तारी के दिन संजय ने कोलकाता पुलिस के सामने डॉक्टर से रेप और मर्डर की बात कबूल की थी। हालांकि, प्रेसिडेंसी जेल में पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान संजय बयान से पलट गया।
जानकारी के अनुसार संजय ने कहा- मैं सेमिनार हॉल में गया, तब वहां ट्रेनी डॉक्टर की डेडबॉडी देखी। मैं घबराकर हॉस्पिटल से बाहर निकल गया।
संजय ने अब तक की पूछताछ में CBI को क्या बताया, पॉलीग्राफ टेस्ट में उसने अलग बयान क्यों दिया, ये सभी बातें गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं।
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