रांची। पलामू में मंगलवार की सुबह मुठभेड़ में गैंगस्टर अमन साव उर्फ अमन साहू (Aman Sahu) के मारे जाने के बाद गैंग की कमान अब अमन के शूटर मयंक सिंह व राहुल सिंह ने संभाल ली है। फेसबुक पर मयंक सिंह के नाम से जारी एक प्रेस रिलीज पोस्ट ने फिर सनसनी फैला दी है।
जारी पोस्ट में कथित मयंक सिंह ने लिखा है कि उसके बास अमन साहू को फर्जी मुठभेड़ में मारा गया है। अब गैंग का संचालन वह स्वयं व उसके साथी राहुल सिंह करेंगे।
उसने गैंग से जुड़े सभी लोगों व अमन साहू से व्यक्तिगत रूप से जुड़े सभी लोगों को बताया है कि वे किसी तरह की चिंता नहीं करें। बास (अमन साव) अब उनके बीच भले ही नहीं हैं, लेकिन उनका साथ गैंग के साथ बना रहेगा। वह अब और गंभीर व शक्तिशाली बन गया है, क्योंकि जब अमन साव जेल में थे तो वह कमजोर था। यह गैंग अमन साव के पदचिह्नों पर चलेगा।
मयंक सिंह ने आगे लिखा है कि उसे गर्व है कि उसके बास अमन साहू ने जीते जी पूरे तंत्र को हिलाकर रख दिया था। यही वजह है कि एक साजिश रचकर पुलिस ने उसे मारा। वह हिम्मत व साहस का प्रतीक था। वह शेर था और शेर रहेगा।
पुलिस ने मयंक की अजर बैजान में गिरफ्तारी का किया था दावाः
झारखंड पुलिस के दावे पर गौर करें, तो मयंक सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी है। सीबीआई की रेड कॉर्नर नोटिस के बाद वह अजर बैजान में नवंबर 2024 में हिरासत में लिया गया था। तब से ही वह वहीं पर है। अगर अजर बैजान में पकड़ा गया शख्स मयंक सिंह है तो फेसबुक पोस्ट कर लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाला मयंक सिंह कौन है, यह सवाल अब भी बना हुआ है।
झारखंड पुलिस के अनुसार मयंक सिंह का दूसरा नाम सुनील कुमार मीणा है, जो राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के मंडी थाना क्षेत्र के घड़साना का रहने वाला है। हालांकि, अजर बैजान में हिरासत में लिए जाने संबंधित खबर प्रकाशित होने के दूसरे ही दिन मयंक सिंह ने फेसबुक पोस्ट पर उक्त खबर का खंडन किया था।
उसने इंटरनेट मीडिया पर एक बयान जारी कर बताया था कि अजर बैजान में पकड़ा गया सुनील मीणा उसका दोस्त है। 28 अक्टूबर 2024 की सुबह वीजा अवधि समाप्त होने के दो घंटा देर से नवीकरण होने के बाद वीजा जांच अधिकारी ने सुनील मीणा को हिरासत में लिया था। उसके बाद से वह अजर बैजान के डिटेंशन सेंटर में है। उसने यह भी बताया है कि मीणा को ही मयंक समझा व बोला जा रहा है, जो गलत है।
27 अप्रैल 2024 को एटीएस ने लगाया था इश्तेहारः
झारखंए एटीएस ने डेटा विश्लेषण के आधार पर दावा किया था कि मयंक सिंह राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के मंडी थाना क्षेत्र के घड़साना का रहने वाला सुनील कुमार मीणा है। वह मलेशिया में रहकर झारखंड के कारोबारियों को डरा-धमकाकर रंगदारी वसूलता है। उसकी फरारी की स्थिति में झारखंड एटीएस की टीम ने 27 अप्रैल को राजस्थान स्थित उसके घर पर राजस्थान पुलिस के साथ पहुंचकर ढोल-नगाड़े के साथ इश्तेहार लगाया था। सुनील मीणा के पकड़े जाने के बावजूद मयंक सिंह इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय है और लगातार फेसबुक पोस्ट कर रहा है।
इसे भी पढ़ें