नई दिल्ली : भूटान के पांचवें किंग जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक सोमवार को पत्नी के साथ नई दिल्ली पहुंचे। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत आने का न्योता दिया था। किंग वांगचुक मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे।
ऐसे में सबकी नज़र इस पर है कि किंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच चीन से लगी भूटान की सीमा पर क्या बात होती है। किंग वांगचुक से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाक़ात पिछले साल सितंबर में हुई थी। तब भूटान के किंग ब्रिटेन की महारानी के निधन के बाद शोक संवेदना व्यक्त करने लंदन जा रहे थे। इसी दौरान किंग वांगचुक नई दिल्ली में रुके थे।
फोन पर होती रहती है बात
भूटानी पीएम और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच फ़ोन पर बात होती रही है लेकिन दोनों के बीच द्विपक्षीय वार्ता थिम्पू में अगस्त 2020 में हुई थी। अक्टूबर 2021 में भूटान और चीन के बीच 3-स्टेप रोडमैप को लेकर एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ था।
यह 3-स्टेप रोडमैप दोनों देशों के बीच सीमा विवाद सुलझाने के लिए है। दोनों देशों के बीच उत्तर और पश्चिमी भूटान में डोकलाम को लेकर विवाद है। डोकलाम भूटान, चीन और भारत के बीच ट्राइजंक्शन है।
73 दिनों तक चला था विवाद
वर्ष 2017 में यहां भारत और चीन के सैनिक आमने-सामने थे। दोनों देशों के बीच 73 दिनों तक विवाद चला था। इसी साल जनवरी महीने के दूसरे हफ़्ते में भूटानी और चीनी अधिकारी चीन के दक्षिणी-पश्चिमी शहर कुनमिंग में सीमा विवाद पर बातचीत के लिए मिले थे।
सीमा विवाद को सुलझाने के लिए दोनों पक्षों के बीच थ्री स्टेप रोडमैप पर बात हुई थी। इस बैठक के बाद भूटान और चीन की ओर से संयुक्त बयान जारी किया गया था।