नयी दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं राज्यसभा सदस्य संदीप पाठक ने सोमवार को कहा कि दिल्ली आबकारी नीति ‘‘घोटाला’’ मामले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हर सप्ताह दो मंत्रियों को जेल बुलाएंगे और उनके विभागों के काम की प्रगति की समीक्षा करेंगे।
पाठक और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को तिहाड़ जेल में केजरीवाल से मुलाकात की।
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 21 मार्च को गिरफ्तार किए गए केजरीवाल फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और तिहाड़ जेल में बंद हैं।
इस बीच, महानिदेशक (कारागार)ने कहा है कि न्यायिक हिरासत में कोई व्यक्ति राजनीतिक प्रकृति के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं कर सकता।
महानिदेशक (कारागार) संजय बेनीवाल ने कहा, ‘‘व्यक्ति को केवल दो चीजों पर हस्ताक्षर करने की अनुमति है – एक उसके कानूनी कागजात या एक शिकायत, लेकिन उनकी प्रकृति गैर-राजनीतिक होनी चाहिए या उसे अपने परिवार को पत्र लिखने या संपत्ति के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने की अनुमति होती है।’’
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) पाठक ने संवाददाता सम्मेलन में आगामी दिनों में विभिन्न विभागों के कामकाज की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री की कार्ययोजना से अवगत कराया।
पाठक ने कहा, ‘‘अगले सप्ताह से मुख्यमंत्री हर सप्ताह दो मंत्रियों को जेल बुलाएंगे और वहां उनके विभागों के कामकाज की समीक्षा करेंगे एवं उन्हें दिशा-निर्देश देंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘(ऐसा करने के लिए) जो भी कानूनी प्रक्रिया आवश्यक होगी, हम करेंगे। अगले सप्ताह से जब मंत्री मिलेंगे, तब सरकार उचित प्रारूप में जेल से काम करना शुरू कर देगी।’’
पाठक ने कहा कि केजरीवाल ने उनसे पार्टी विधायकों से यह कहने को कहा है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में घर-घर जाएं और लोगों से मिलकर उनकी चिंताओं को समझें।
उन्होंने कहा, ‘‘विधायकों को लोगों के सामने आने वाली हर समस्या को हल करने का प्रयास करना चाहिए।
केजरीवाल ने कहा कि विधायकों को पहले से दोगुनी मेहनत करके उनकी अनुपस्थिति की भरपाई करनी होगी।’’
चुनाव प्रचार से केजरीवाल की अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर पाठक ने कहा, ‘‘सभी राज्यों में चुनाव प्रचार जारी है। पार्टी के सभी लोग और भी अधिक प्रेरित हो गए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग 10 घंटे काम करते थे, वे अब 15 घंटे काम कर रहे हैं। जो लोग 15 घंटे काम करते थे, वे अब 18 घंटे काम कर रहे हैं।
हमारी पार्टी के अधिकतर लोग केजरीवाल से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं और यही भावना उन्हें और अधिक काम करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सोमवार को उच्चतम न्यायालय से कोई अंतरिम राहत नहीं मिली।
शीर्ष अदालत ने केजरीवाल की उस याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय से 24 अप्रैल तक जवाब मांगा, जिसमें उन्होंने कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी है।
पाठक ने इससे जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और उम्मीद है कि अरविंद केजरीवाल को जल्द ही जमानत मिल जाएगी, क्योंकि जीत अंतत: सच्चाई की होती है।
कानून की एक पूरी प्रक्रिया होती है और हर किसी को इससे गुजरना पड़ता है। ऐसे में न्यायपालिका जो भी निर्णय लेगी, हम उसे सर्वसम्मति से स्वीकार करेंगे।’’
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