रांची। पूर्व सीएम चंपाई सोरेन भले ही आज मुख्यमंत्री नहीं हैं, पर मीडिया की नजरों में वह खास बने हुए हैं।
झारखंड के लोग भी जानना चाहते हैं कि वह सीएम के बाद एक मंत्री बन कर क्या महसूस कर रहे हैं।
प्रोजेक्ट भवन के बाहर जब मीडिया ने उनसे पूछा कि आप मंत्री बने हैं क्या कहना चाहेंगे, तो इस पर चंपाई सोरेन ने कहा कि अभी तो शुरुआत है। थोड़ा समय दीजिए आगे की जानकारी भी धीरे-धीरे मिल जाएगी।
उन्होंने कहा कि जो भी विभाग उन्हें मिला है, उसमें बढ़िया काम होगा। जनहित में जो योजना बनी है उसमें बड़ा तेजी से हमलोग काम को आगे बढ़ाएंगे।
जब उनसे पूछा गया कि उनके उप मुख्यमंत्री बनने की बात भी चल रही थी, इस पर उन्होंने कहा कि वह जहां भी रहते हैं वहां अच्छा ही काम करते हैं।
जल संसाधन मंत्री बने चंपाई सोरेन
बता दें कि चंपाई सोरेन जल संसाधन विभाग और उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री बने हैं। बता दें कि एक सप्ताह पहले तक चंपाई सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री हुआ करते थे।
उन्होंने 3 जुलाई को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया। इसके बाद हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
दरअसल हेमंत सोरेन की गिफ्तारी के बाद आनन फानन में चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया था।
लेकिन हेमंत सोरेन जैसे ही जेल से रिहा होकर आए वैसे ही चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
हेमंत सोरेन का नहीं लिया था नाम
चंपाई सोरेन सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र में विश्वास मत के समर्थन में बोलने के लिए सदन में खडे हुए थे तो उन्होंने एक बार भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम नहीं लिया।
उन्होंने कहा कि मुझे कुछ दिनों के लिए गठबंधन की ओर से नेतृत्व का भी मौका मिला। पक्ष-विपक्ष दोनों ने इस राज्य में नेतृत्व किया है।
इसके बावजूद जो विकास आदिवासी-मुलवासी समाज का होना चाहिए था वो नहीं हुआ है। नेता प्रतिपक्ष डेमोग्राफी के बदलने पर बात कर रहे थे।
आदिवासियों की संख्या सिर्फ संथाल में ही कम नहीं हुआ है, बल्कि रांची में भी कम हुआ है।
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