Jharkhand primary teachers:
रांची। झारखंड में प्राथमिक शिक्षकों का गुस्सा उफान पर है। ये शिक्षक इंक्रीमेंट यानी वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिलने से नाराज है। बता दें कि राज्य के करीब 3000 प्राथमिक शिक्षकों की वेतन वृद्धि 4 माह से रूकी हुई है।
कम वेतन पर काम कर रहे शिक्षकः
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने आरोप लगाया है कि जुलाई से करीब 3000 शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि रोक दी गई है। इससे शिक्षकों को कम वेतन पर काम करना पड़ रहा है और उनके परिवार आर्थिक संकट में हैं।
शिक्षकों ने किया प्रदर्शनः
संघ ने रांची के जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) के खिलाफ प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर शिक्षण कार्य किया और विरोध में आदेश की प्रति जलाई। पहले प्राथमिक शिक्षा निदेशक के आश्वासन पर धरना स्थगित किया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कार्मिक विभाग ने 6 अक्टूबर को साफ आदेश दिया था कि प्रारंभिक शिक्षकों पर टिप्पण परीक्षा लागू नहीं होगी, फिर भी दीपावली और छठ के दौरान भी वेतन वृद्धि नहीं हुई। शिक्षकों का कहना है कि कम वेतन से उनका मनोबल टूट रहा है और पढ़ाई पर असर पड़ रहा है।
बड़े आंदोलन की चेतावनीः
संघ ने सरकार से तुरंत वेतन वृद्धि लागू करने की मांग की है। बार-बार शिकायत के बावजूद अनदेखी हो रही है। शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो बड़ा आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि “बिना उचित वेतन के हम पूरी तरह समर्पित नहीं रह सकते। सरकार को हमारी समस्या गंभीरता से लेनी चाहिए।” यह मुद्दा सिर्फ वेतन का नहीं, पूरे शिक्षा तंत्र की कमजोरी को उजागर कर रहा है।
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