धनबाद। धनबाद के कोयला कारोबारियों अनिल गोयल एवं दीपक पोद्दार एंड ग्रुप द्वारा कोयले में काली कमाई के निवेश का खुलासा हुआ है। आयकर विभाग के पदाधिकारियों की मानें तो लाखों के कोयले से करोड़ों रुपये का खेल हुआ है। दोनों कारोबारियों के कोक प्लांट से लगभग 600 करोड़ रुपये के कोयले का ओवरस्टॉक मिला है।
आयकर विभाग धनबाद रेंज के इन्वेस्टिगेशन विंग की इनके 56 में से 52 ठिकानों पर चौथे दिन भी रेड जारी रही। जबकि, कोलकाता और छत्तीसगढ़ के आवास एवं कार्यालय से जांच पूरी कर टीम वापस आ गई है। फिलहाल स्टाक और कोयला खरीद-बिक्री का मिलान किया जा रहा है। 52 ठिकानों पर शनिवार को भी आयकर छापेमारी जारी है।
14 बैंक लॉकर सील
आयकर टीम को गोयल एवं पोद्दार बंधुओं के यहां 14 बैंक लॉकर मिले हैं। फिलहाल इसे सील कर दिया गया है। टीम को जांच में तीन किलो से अधिक सोना और चार करोड़ रुपये नकद मिला है। शनिवार को नकद राशि में वृद्धि नहीं हुई।
अनिल गोयल एवं दीपक पोद्दार के 18 कोक प्लांट में काफी मात्रा में कोयले का ओवरस्टाक मिला है। ईसीएल, बीसीसीएल एवं सीएमपीडीआइ के प्रतिनिधियों ने कोयला का आकलन किया। आयकर सूत्रों के अनुसार 600 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के कोयले का ओवरस्टाक है।
यह दस्तावेजों से मैच नहीं कर रहा है। कच्चे कोयले की खरीद-बिक्री में भी अंतर है। कई अन्य प्लांट का इवैल्युएशन अभी जारी है। कोयला स्टाक बढ़ने की संभावना है।
जांच में यहभी खुलासा हुआ कि स्टाक और दर्ज एंट्री में बड़े स्तर पर गड़बड़ी है। कहीं-कहीं तो ओवरस्टाक मिला है, जबकि एंट्री कम कोयला दिखाया गया है। करोड़ों रुपये टैक्स चोरी की गई है। कितने टैक्स की चोरी की गई है, यह रेड पूरी होने के बाद ही पता चल पाएगा।
एक सप्ताह बाद खोले जायेंगे लाकर
आयकर विभाग ने सभी लाकर को सील कर दिया है। इसे एक सप्ताह बाद खोला जाएगा। आयकर अधिकारियों के अनुसार लाकर में आभूषण, प्रापर्टी के दस्तावेज और अन्य कीमती चीज हो सकती है। फिलहाल इसकी जांच हो रही है। इसी तरह कोयला के स्टाक का भी मिलान किया जा रहा है।
आयकर अधिकारियो की मानें तो इसमें बड़ी मात्रा में आभूषण और नकद राशि मिलने की संभावना है। छापेमारी में आयकर विभाग के एडिशनल डायरेक्टर नरिसंह खलको व उपनिदेशक इन्वेस्टिगेशन प्रदीप डुंगडुंग के अलावा सभी रेंज के डीसी, आइटीओ और इंस्पेक्टर समेत 250 से अधिक अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हैं।
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