रांची। झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव आइएएस अधिकारी सुखदेव सिंह 31 मार्च 2024 को रिटायर हो गये।
31 मार्च को रविवार होने के बावजूद वह श्री कृष्ण लोक प्रशासन संस्थान में बतौर महानिदेशक पहुंचे और अपने उत्तराधिकारी को जिम्मेदारी सौंप दी।
इसके बाद अपनी गाड़ी में बैठे और रवाना हो गए। सुखदेव सिंह की पहचान एक ऐसे अधिकारी के रूप में होती है, जिनके सिर पर प्रशासन की हनक कभी सवार नहीं हुई।
वह आम लोगों के करीब रहे लेकिन अपने जिम्मेदारियों के प्रति बेहद सख्त। हरियाणा के हिसार में जन्मे सुखदेव सिंह 1987 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में आए।
उनकी पहली पोस्टिंग रांची जिला में एक बीडीओ के रूप में बतौर प्रोबेशनर हुई। लेकिन अपनी कार्य कुशलता की बदौलत वह झारखंड के चीफ सेक्रेटरी बने।
सुखदेव सिंह हमेशा बेदाग रहे। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बेहद करीब होने के बावजूद एक वक्त ऐसा आया जब रिटायरमेंट के चार माह पहले उन्हें मुख्य सचिव के पद से हटाकर एटीआई का महानिदेशक बना दिया गया।
सुखदेव सिंह ने 37 वर्षों तक बिहार और झारखंड को अपनी सेवा दी। रांची के एक प्रखंड में बतौर बीडीओ प्रशासनिक सेवा की शुरुआत करने वाले सुखदेव सिंह ने लातेहार और जमशेदपुर के एसडीएम, मधुबनी के डीडीसी, निदेशक प्राथमिक शिक्षा, देवघर, पूर्णिया, बोकारो, डालटेनगंज, रांची और गिरिडीह के डीसी, अलग-अलग विभागों के सचिव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव समेत अन्य पदों से गुजरते हुए राज्य के मुख्य सचिव पद पर पहुंचे।
इन सभी पदों पर उन्होंने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई।
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