Electricity bill:
रांची। रांची में प्रीपेड स्मार्ट मीटर (Prepaid Smart Meter) पूरी तरह एक्टिव मोड में आ गए हैं। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) का ऑटो-डिसकनेक्ट सिस्टम अब लागू हो चुका है। इसके तहत उपभोक्ता का बैलेंस “Zero” होते ही बिजली सप्लाई अपने आप बंद हो जाती है, बिना किसी मैनुअल हस्तक्षेप के। हालांकि, इस सख्ती का असर केवल आम घरेलू उपभोक्ताओं पर दिख रहा है, जबकि बड़े बकाएदारों पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
Zero Balance पर तुरंत कट रही बिजली:
अक्टूबर से JBVNL का स्मार्ट सिस्टम पूरी तरह ऑटोमेटिक मोड में चल रहा है। उपभोक्ताओं की शिकायत है कि बिजली रात में अचानक कट जाती है, बिना किसी नोटिफिकेशन के। बाद में पता चलता है कि उनका बैलेंस खत्म हो गया था। रिचार्ज करने पर बिजली तुरंत बहाल हो जाती है। कई उपभोक्ताओं को SMS अलर्ट नहीं मिल रहे, जिससे परेशानी बढ़ी है।
बड़े बकाएदारों पर ₹511 करोड़ का बकाया
रांची सर्कल में कॉमर्शियल, इंडस्ट्रियल और घरेलू उपभोक्ताओं पर भारी बकाया है।
• कॉमर्शियल उपभोक्ता: ₹137.91 करोड़
• इंडस्ट्रियल LT उपभोक्ता: ₹52.68 करोड़
• इंडस्ट्रियल HT उपभोक्ता: ₹321 करोड़
घरेलू उपभोक्ता: ₹202.11 करोड़
कुल बकाया ₹511 करोड़ से अधिक है, बावजूद इसके बड़े उपभोक्ताओं पर सख्ती नहीं की जा रही।
SMS अलर्ट न मिलने की शिकायतें
कई उपभोक्ताओं ने बताया कि उन्हें बिजली कटने या बैलेंस खत्म होने का मैसेज नहीं मिलता। विभाग ने सलाह दी है कि उपभोक्ता अपने मोबाइल नंबर तुरंत रजिस्टर करें। रजिस्टर्ड नंबर से “Hi” भेजकर 9431135503 पर नोटिफिकेशन सेवा एक्टिव की जा सकती है।
विभाग का पक्ष
JBVNL का कहना है कि “बिजली उपयोग का भुगतान हर उपभोक्ता की जिम्मेदारी है।” विभाग का उद्देश्य बकाया वसूली में पारदर्शिता लाना है। हालांकि, आम उपभोक्ता सवाल उठा रहे हैं -“जब सिस्टम आम लोगों पर इतना सख्त है, तो बड़े बकाएदारों पर छूट क्यों?”
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