Jamshedpur smart city project:
जमशेदपुर। जमशेदपुर में अब कचरा प्रबंधन को डिजिटल और स्मार्ट बनाने की तैयारी है। नगर विकास विभाग ने शहर में डोर-टू-डोर कचरा उठाव की डिजिटल निगरानी के लिए बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत जमशेदपुर, मानगो और जुगसलाई के करीब डेढ़ लाख घरों में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) चिप लगाई जाएगी। यह योजना जल्द शुरू होगी और इसका कंट्रोल सर्वर तथा मॉनिटरिंग डैशबोर्ड आदित्यपुर नगर निगम में रहेगा। इस सिस्टम से यह पता चलेगा कि किस दिन किन मकानों से कचरा नहीं उठाया गया, कौन-से वाहन ड्यूटी पर नहीं पहुंचे और किन इलाकों में सफाई अधूरी रही।
मानगो में 48,424, जमशेदपुर शहर (गैर-टाटा स्टील यूआईएसएल कमांड एरिया) में 80,232 और जुगसलाई में करीब 25,000 मकानों में यह चिप लगाई जाएगी। फिलहाल इन क्षेत्रों में कचरा उठाव योजना सीमित है और कई घरों से अब भी कचरा नहीं उठता, जिससे सड़कों पर गंदगी फैल जाती है।
RFID चिप की मदद से डिजिटल निगरानी:
RFID चिप की मदद से निगरानी पूरी तरह डिजिटल होगी। जब सफाई कर्मी किसी घर से कचरा उठाएगा, तो वह उस घर की चिप को अपने डिवाइस से स्कैन करेगा। इससे सर्वर पर तुरंत जानकारी अपडेट हो जाएगी कि उस घर से कचरा उठ चुका है। जिन घरों से कचरा नहीं उठाया गया होगा, उनका डेटा अधिकारियों तक पहुंचेगा और तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
डोर-टू-डोर कचरा उठाव शुरू:
जमशेदपुर के स्लम इलाकों में भी अब डोर-टू-डोर कचरा उठाव शुरू करने की तैयारी है। हालांकि, यहां लोगों द्वारा सर्विस चार्ज नहीं देने के कारण यह सेवा अब तक शुरू नहीं हो सकी थी। अब जेएनएसी (जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति) इन इलाकों में जागरूकता अभियान चलाएगा ताकि लोग समझ सकें कि मामूली सर्विस चार्ज देकर अपने क्षेत्र को स्वच्छ बना सकते हैं।
मिरूडीह में नया कचरा ट्रीटमेंट प्लांट:
कचरे के निपटान के लिए आदित्यपुर के मिरूडीह में नया कचरा ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है, जहां कचरे का संग्रहण और सेग्रेगेशन किया जाएगा। इससे पहले यह प्लांट खैरबनी में बनने वाला था, लेकिन स्थानीय विरोध के कारण योजना को मिरूडीह स्थानांतरित कर दिया गया। इस पूरी डिजिटल योजना के लागू होने के बाद जमशेदपुर में सफाई व्यवस्था अधिक पारदर्शी और कुशल बनने की उम्मीद है, जिससे शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने का लक्ष्य पूरा किया जा सकेगा।
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