जमशेदपुर। रक्षाबंधन का त्यौहार 19 अगस्त श्रावण पूर्णिमा, सोमवार को मनाया जाएगा। इस बार भद्रा का साया तो रहेगा लेकिन दोपहर 1:31 बजे तक। इसके बाद दिन भर राखी बांधी जा सकेगी।
ज्योतिषाचार्यों का मत है कि भद्रा का वास पाताल लोक में होने से यह अशुभ नहीं होता है। इस दिन से पंचक भी लग रहा है।
19 अगस्त को सुबह श्रवण नक्षत्र के बाद धनिष्ठा नक्षत्र लगने के कारण यह राज पंचक होगा और इसे अशुभ नहीं माना जाता है। भद्रा काल में उपाकर्म किया जा सकता है।
दोपहर 1 बजे तक भद्रा का प्रभाव रहेगा। इस दिन श्रवण नक्षत्र, पूर्णिमा और सोमवार होने से सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।
पंडित राजेंद्र द्विवेदी के अनुसार ऋषिकेश पंचांग के मुताबिक 18 अगस्त को रात 2.29 बजे पर भद्रा की शुरुआत होगी और 19 अगस्त को दोपहर 1.25 बजे समापन होगा। इस कारण 19 अगस्त को 1.25 बजे के बाद राखी बांधना शुभ रहेगा।
भद्रा काल में रहने से शोभन योग नहीं रहेगा प्रभावी
इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग एवं रवि योग भी रहेंगे। इस योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होगी।
यह योग भद्रा काल में होने से अधिक प्रभावी नहीं रहेंगे। सर्वार्थ सिद्धि सुबह 5:53 से 8:10 बजे तक रहेगा। रचि योग सुबह 5:53 से 8:10 बजे तक रहेगा।
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