रांची। रांची पुलिस ने ओरमांझी गैंगरेप के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पर भारी दबाव था।
रांची एसएसपी चंदन सिन्हा खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रहे थे, ताकि ब्लाइंड दुष्कर्म के केस को सुलझाया जा सके।
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि ओरमांझी में हुए गैंगरेप के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए रांची पुलिस की पूरी टीम ने काफी मेहनत की है।
गिरफ्तार दोनों आरोपी ओरमांझी के ही रहने वाले हैं और टैक्सी ड्राइवर हैं। इसके लिए रांची पुलिस की टीम ने 400 कमर्शियल टैक्सी का सत्यापन किया।
रांची के 100 से ज्यादा सीसीटीवी स्क्रीन के 25 घंटे से ज्यादा के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये। इसके बाद उस कार का लिंक मिला, जिसमें पीड़िता को अगवा कर रेप किया गया था।
पैसे देकर बुलाते थे लड़कियां
गैंगरेप के दोनों आरोपी सुबोध कुमार जायसवाल और हीरालाल महतो दोनों ही टैक्सी ड्राइवर हैं। दोनों लगभग हर दिन पैसा देकर किसी न किसी लड़की को बुलाते थे।
18 जून की रात दोनों ओरमांझी इलाके में घूम रहे थे, इस दौरान दोनों शराब लेने के लिए ओरमांझी के पंचायत सचिवालय के पास पहुंचे, उस समय वहीं पर नाबालिग सोई हुई थी।
नाबालिग को अकेला देखकर दोनों की नीयत खराब हो गई, जिसके बाद दोनों ने नाबालिग को सोए हुए हाल में ही अपनी कार में उठा लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
फिर लड़की को दोनों ने वापस वहीं छोड़ दिया जहां से उसे उठाया था।
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