Jharkhand mango:
रांची। पूर्वी सिंहभूम और पाकुड़ जिले का प्रसिद्ध आम आम्रपाली अब सऊदी अरब में भी अपनी मिठास बिखेर रहा है। जेद्दा और रियाद में आयोजित मैंगो मेनिया फेस्टिवल में इन जिलों के किसानों द्वारा उगाए गए आमों की जबरदस्त मांग देखी जा रही है। फेस्टिवल में आम्रपाली आम को प्रति किलो 19.95 सऊदी रियाल यानी लगभग 461 रुपए में बेचा जा रहा है। लोगों इसे खूब पसंद कर रहे हैं।
बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत इन जिलों में किसानों ने आम्रपाली किस्म के आमों की बागवानी की थी।
सउदी अरब में पहली बार पहुंचा रांची का आमः
फेस्टिवल में पूर्वी सिंहभूम के पटमदा प्रखंड के किसान अशोक कुमार महतो और पाकुड़ के रंजीत पंडित, मिस्तारूर, मोहम्मद सलीम और सफी शेख के बागों से आमों का चयन किया गया है। इस बार रांची का आम भी पहली बार सउदी पहुंचा है।
परसुडीह कृषि उत्पादन बाजार समिति के पणन सचिव अभिषेक आनंद ने बताया कि सीजन फार्म फ्रेश कंपनी के संचालक अब्दुल हामिद खान के माध्यम से इन आमों का निर्यात किया गया है। अब प्रशासन का लक्ष्य है कि भविष्य में हरी सब्जियों का भी निर्यात शुरू किया जाए।
2 एकड़ जमीन में लगाए 500 पौधेः
पटमदा के लोवाडीह निवासी किसान अशोक महतो ने बताया कि पहले वे जिस जमीन पर सब्जी की खेती करते थे, वहीं वर्ष 2019-20 में आम के पौधे लगाए। दो एकड़ भूमि पर आम्रपाली और मंदाकिनी किस्म के कुल 500 पौधे लगाए गए।
पुश्तैनी तालाब होने से सिंचाई में समस्या नहीं आई। इस बार 22 क्विंटल आम थोक विक्रेताओं को बेच दिए। इसके बाद बाजार समिति ने 14 रुपए प्रति किलो की दर से 13 क्विंटल आम की खरीदारी की।
कोलकाता में लैब टेस्ट फिर निर्यातः
अभिषेक आनंद ने कहा-आम निर्यात करने के लिए कई बागों का जायजा लिया। अशोक महतो के बगीचे में आम की अच्छी क्वालिटी मिली। अशोक के बगीचे का 122 किलो आम का कोलकाता के लैब में टेस्ट कराया। इसमें 103 किलो आम निर्यात के लिए खरा उतरे।
वहीं पाकुड़ जिले के 272 किलो आम का टेस्ट कराया गया, जिसमें 150 किलो सही मिले। इसके बाद करीब ढाई क्विंटल आम सउदी अरब भेजा गया। वहां भी लैब में टेस्ट के बाद ही उसे बाजार में बिक्री के लिए भेजा जाता है।
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