बोकारो, एजेंसियां: युवा नेता जयराम महतो की तलाश में रांची पुलिस एड़ी चोटी एक किये हैं। जयराम महतो पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर निकल गये हैं।
उन्होंने बुधवार को ही गिरिडीह लोकसभा सीट के लिए बोकारो डीसी के यहां नामांकन किया था। नामांकन के तुरंत बाद रांची पुलिस ने उन्हें विधानसभा घेराव के एक दो साल पुराने मामले में गिरफ्तार कर लिया था।
पर उन्होंने पुलिस से वहां जमा भीड़ का हवाला देते हुए जनसभा करने की अनुमति मांगी। जनसभा के दौरान ही वह पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर निकल गये और पुलिस हाथ मलती रह गई।
इस जनसभा के जरिए जयराम महतो ने अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया। झारखंड में 1932 के खतियान को आधार बनाकर स्थानीय नीति की वकालत करने वाले जयराम महतो ने दिखाया कि उनके एक आह्वान कैसे हजारों की भीड़ जुट जाती है।
खतीयानी आंदोलन के जरिए जयराम महतो ने पूरे झारखंड में अपना नाम और अपनी पहचान बनाई है और इसी पहचान के आधार पर उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने फैसला लिया है।
अपनी एक जेकेबीएसएस नई पार्टी बनाकर जयराम महतो ने न केवल गिरिडीह से अपनी उम्मीदवारी घोषित की, बल्कि कई 6 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारा है।
जयराम महतो को रांची में विधानसभा घेराव के एक पुराने मामले में कोट के वारंट पर रांची पुलिस गिरफ्तार करने के लिए बोकारो पहुंची थी।
2022 का यह मामला रांची के नगरी थाना में दर्ज हुआ था। इसमें कोर्ट ने गिरफ्तारी बारंट जारी किया है। इसी आधार पर जयराम महतो को गिरफ्तार करने के लिए रांची पुलिस की एक विशेष टीम बोकारो पहुंची हुई थी।
जयराम महतो ने अपना नामांकन का पर्चा गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र की निर्वाची पदाधिकारी सह बोकारो के उपायुक्त विजया जाधव के समक्ष दाखिल किया। जयराम महतो के साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी आए हुए थे।
जयराम महतो को कुछ राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिल रहा है। नामांकन पर्चा दाखिल करने के बाद जयराम महतो को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद उनके समर्थकों ने हंगामा कर दिया समाहरणालय को घेर कर नारेबाजी शुरू कर दी।
स्थिति की नजाकत को देखते हुए जयराम महतो को जनसभा करने की अनुमति दे दी गई। पर पुलिस ने सभा स्थल की पूरी घेराबंदी कर दी। जयराम महतो के खिलाफ पुलिस के ऐसे एक्शन ने उनके समर्थकों में आक्रोश भर दिया।
वे लगातार पुलिस और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। चास के फुटबॉल ग्राउंड में हुई चुनावी सभा में भारी संख्या में लोग पहुंचे थे। यहां जयराम महतो ने राज्य सरकार और आजसू के खिलाफ जमकर आग उगला।
कहा कि आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी को जनता ने चुनकर सांसद बनाया पर उन्होंने सिर्फ अपना उद्धार किया, जनता का नहीं। रामगढ़ में अपनी पत्नी को विधायक बना दिया। कल को उनका बच्चा भी विधायक बनने की तैयारी करेगा।
मजदूर दिवस के दिन नामांकर करने पहुंचे जयराम महतो ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से लेकर गिरिडीह के जनता के सामने कई सवाल खड़े किये।
वही इंडिया गठबंधन के जेएमएम के प्रत्यासी एवं टुंडी के विधायक मथुरा महतो को भी आड़े हाथों लिया। धनबाद से भाजपा के प्रत्यासी एवं बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो को खिलाफ भी उन्होंने आग उगला।
जयराम महतो ने कहा कि वह जीतेंगे, तो गिरिडीह संसदीय क्षेत्र का कायाकल्प कर देंगे। उन्होंने सूरज, पारसनाथ पहाड़ और जनता की सप्त लिया। सभा करने के बाद जयराम ने पुलिस को अपनी गिरफ्तारी देने की बात कही थी।
जनसभा क दौरान बार-बार जयराम समर्कों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की होती रही। इसके कारण पुलिस को बार-बार पीछे हटना पड़ रहा था।
इसी दौरान जयराम महतो पुलिस को चकमा देकर वहां से निकल गए और किसी को पता तक नहीं चला। रांची से पहुंची पुलिस बल हाथ मलती रह गई। इस मामले पर पुलिस कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
मीडिया के सवालों पर बोकारो डीसी ने कहा कि वह तो नामिनेशन में व्यस्त है, बाहर क्या हुआ उन्हें पता नहीं है। वहीं बोकारो एसपी ने कहा कि जयराम महतो के मामले में रांची पुलिस ही कुछ बता सकती है।
इसे भी पढ़ें
हेमंत के मामले में हाईकोर्ट के फैसला सुनाने पर रोक नहीः सुप्रीम कोर्ट