रांची। इंडी गठबंधन में शामिल दल झामुमो, कांग्रेस और राजद ने संथाल परगना क्षेत्र को बांग्लादेशी घुसपैधियों के हाथ में गिरवी रख दिया है।
गठबंधन ने पूरे संथाल परगना को तुष्टिकरण की आग में झोंक दी है। बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से संथाल के सभी जिलों की डेमोग्राफी तेजी से बदल रही है।
झारखंड सरकार ने वोट की लालच में बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर आंखें मूंद ली है। सरकार के संरक्षण में वहां घुसपैठ हो रही है।
भाजपा के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा में भाजपा के सचेतक डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने यह बातें कही। वह शुक्रवार को रांची स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे।
लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों का राशन कार्ड, वोटर और आधार कार्ड आखिर कैसे बन रहा है।
बिना सरकार के संरक्षण और सहयोग के यह संभव नहीं है। यह सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों को अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें यहां का नागरिक बनाने की कोशिश कर रही है।
घुसपैठिये वहां जमीन की लूट कर रहे हैं. इस सरकार ने लैंड और लव जिहाद को अपनी मौन स्वीकृति दे दी है. तुष्टिकरण की राजनीति से झारखंड के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है।
वाजपेयी ने कहा कि हुल और उलगुलान की धरती को इंडी गठबंधन ने भ्रष्टाचार का अड्डा बनाने की कोशिश की।
दुर्भाग्य है कि इस राज्य के खनिजों को लूटा गया। यहां जितने खनिज हैं अगर उसका सदुपयोग होता तो यह प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में होता।
अकेले 1000 करोड़ का खनन घोटाला साहिबगंज में हुआ है। भाजपा चुनाव में भ्रष्टाचार बनाम विकास के मुद्दे को लेकर गयी थी।
हम राज्य को घुसपैठियों और भ्रष्टाचारियों का अड्डा किसी भी सूरत में बनने नहीं देंगे।
इसे भी पढ़ें
निष्पक्ष और भयमुक्त मतदान की तैयारी पूरी, बाइक सवार करेंगे क्विक रिस्पांसः के रवि कुमार