नई दिल्ली, एजेंसियां। मधुमेह की बीमारी में शुगर लेवल को कंट्रोल करना बहुत जरूरी होता है। गर्मी के मौसम में हीट वेव (लू) शुगर के मरीजों के लिए गंभीर समस्या बन सकती है।
हीट वेव के दौरान तापमान अत्यधिक बढ़ जाने से शरीर पर कई तरह के नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं, और ये शुगर के मरीजों के लिए विशेष रूप से चिंताजनक हो सकते हैं।
इससे बचने के लिए हमें दवाइयों के अलावा अपने खान पान का भी ध्यान रखना होगा। शुगर को काबू में लाने के लिये हम अपने आहार में जूस का उपयोग बढ़ा सकते हैं।
मेथी पानी
मेथी के दाने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए एक बेहतरीन आयुर्वेदिक नुस्खा हैं।
रात भर मेथी को पानी में भिगोने के बाद मेथी को निकाल कर उसका पानी पीने से शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलता है।
इसमें घुलनशील फाइबर होता है, जो कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा करता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है।
इसके अलावा, मेथी के बीज से शरीर में इंसुलिन बनती हैं,, जिससे शरीर शुगर को बेहतर तरीके से उपयोग कर पाता है।
नियमित रूप से मेथी पानी का सेवन शुगर के मरीजों के लिए रक्त शर्करा नियंत्रण में मददगार साबित हो सकता है।
करेले का जूस
करेले का जूस शुगर मरीजों के लिए अत्यंत फायदेमंद है। इसमें चारकांतिक एसिड और मोमोर्डिसिन जैसे कंपाउंड्स होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करते हैं।
एक या दो ताजे करेले को पीसकर रस निकाल लें और सुबह खाली पेट इसका एक छोटा गिलास पिएं।
यह इंसुलिन स्राव को बढ़ाता है और शरीर के ग्लूकोज मेटाबोलिज्म को सुधारता है, जिससे ब्लड शुगर स्तर नियंत्रित रहता है।
नियमित रूप से करेले का जूस पीने से शुगर मरीजों को बेहतर ग्लाइसेमिक कंट्रोल प्राप्त होता है।
दालचीनी की चाय
दालचीनी की चाय भी ब्लड शुगर को कम करने के लिए एक कारगर आयुर्वेदिक ड्रिंक है। एक दालचीनी की डंडी को पानी में लगभग 10 मिनट तक उबालें और फिर इसे रोजाना पिएं।
दालचीनी में मौजूद कंपाउंड्स इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं,, जिससे ग्लूकोज का उपयोग बेहतर होता है।
यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती है। दालचीनी के एंटीऑक्सीडेंट गुण सूजन को कम करते हैं और हृदय स्वास्थ्य को सुधारते हैं, जो शुगर मरीजों के लिए महत्वपूर्ण है।
नियमित सेवन से रक्त शर्करा का स्तर स्थिर रहता है।
हल्दी वाला दूध
हल्दी वाला दूध, जो “गोल्डन मिल्क” के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय घरों में एक आम ड्रिंक है।
यह दूध के फायदों के साथ हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों को भी शामिल करता है।
हल्दी वाला दूध शुगर मरीजों के लिए फायदेमंद है क्योंकि हल्दी में मौजूद करक्यूमिन इंसुलिन को प्रभावी ढंग से उपयोग में लाने में मदद करता।
इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करते हैं और ह्दय स्वास्थ्य में सुधार लाते हैं।
हल्दी वाला दूध प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे शुगर मरीजों की संपूर्ण स्वास्थ्य स्थिति बेहतर होती है।
आंवला जूस
आंवला जूस शुगर मरीजों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इसमें क्रोमियम होता है, जो कार्बोहाइड्रेट मेटाबोलिज्म को सुधारता है और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
आंवला विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होता है। दो चम्मच आंवला जूस को एक गिलास पानी में मिलाकर खाली पेट पीएं।
आंवला में क्रोमियम होता है जो कार्बोहाइड्रेट के मेटाबॉलिज्म में मदद करता है और शरीर को इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है।
आंवला जूस पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रखता है, जिससे ग्लूकोज का अवशोषण बेहतर होता है और रक्त शर्करा स्थिर रहती है।
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