रांची। शांति व प्रसन्नता के लिए गुरुवार का दिन सर्वोत्तम माना गया है। ऐसा इसलिये क्योंकि यह दिन भगवान विष्णु और माँ सरस्वती का दिन माना जाता है।
कहा जाता है कि भगवान विष्णु आसानी से प्रसन्न नहीं होते हैं। लेकिन, अगर सच्चे मन से उन्हें याद करें तो वे आप पर विशेष कृपा बरसाएंगे। वे खुश हुए तो लक्ष्मी की कृपा बरसेगी ही बरसेगी।
फिर कैसे मनाएं अपने आराध्य देव को, आइये जानें…
- गुरुवार को सुबह स्नान ध्यान करने के बाद घी का दीपक जलाकर विष्णुजी की पूजा और पाठ करें। मान्यता है कि गुरु धन का कारक ग्रह है औऱ जिस पर गुरु की कृपा हुई, उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी ही।
- पूजा में भोग लगाने के लिए गुड़ और चने की दाल को एक साथ मिलाकर प्रसाद बनाएं। इसे श्री विष्णु के चरणों में समर्पित करें, फिर खुद ग्रहण करें और परिवार वालों को भी दें।
- गुरुवार की पूजा विधि-विधान से की जानी चाहिए और बृहस्पति देव के पूजन में पीले फूल, चने की दाल, पीली मिठाई, पीले चावल आदि का उपयोग करना शुभ माना जाता है।
- अगर गुरुवार के दिन आप व्रत रख रहे हैं तो आपको पीले फल खाने चाहिए। साथ ही पीली वस्तुओं का दान करने से मन को शांति और घर में समृद्धि का निवास होता है।
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