खूंटी : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर खूंटी में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। इस अवसर पर हेमंत ने उन्हें भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा और तस्वीर स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की। इस मौके पर हेमंत ने कहा कि झारखंड एक आदिवासी बाहुल्य राज्य है।
मैं खुद भी आदिवासी समाज से आता हूं। मुझे गर्व है आदिवासी होने पर। आज केंद्र सरकार ने पूरे देश को इस कार्यक्रम से जोड़ा है। भगवान बिरसा मुंडा, इस राज्य में ही नहीं पूरे देश में पूजे जाते हैं। पूरा झारखंड वीरों की धरती रही है, चाहे वो भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो, हो या तेलंग खड़िया जैसे वीर। आदिवासी समाज सदियों से अपने हक-अधिकार की लड़ाई लड़ता रहा है, चाहे वो अंग्रेजों से हो या महाजनों से। हमेशा फांसी पर लटकने के लिए भी तैयार रहा है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है इतिहासकारों ने आजतक हम आदिवासियों को जगह नहीं दी।
आज यहां से पीवीटीजी के लिए विशेष घोषणा हो रही है। यह समाज हम आदिवासियों के सबसे पिछड़े समाज से आता है। पीवीटीजी का उत्थान हम सभी का दायित्व है। यह सभी के लिए चुनौती है कि अगर पीवीटीजी नहीं बचे तो हम सभी आदिवासी भी अति संवेदनशील वर्ग में आ जायेंगे। बहुत विचित्र बात है कि आज हम चांद पर पहुंचे हैं पर समाज के अंदर आदिवासी, पीवीटीजी, दलित, पिछड़ी जाति, अति पिछड़ी जाति आदि हक-अधिकार के लिए लड़ रहे हैं।
आज के इस युग मे यह अंतर पट जाना चाहिए। मैं एक आदिवासी राज्य का नेतृत्व कर रहा हूँ। हम आज विकास के लाइन में खड़े अंतिम व्यक्ति की बात करते हैं,मगर दुर्भाग्य से वह कागजों और अखबारों में ही सिमटा दिखता है।
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के जरिये आज झारखण्ड सरकार की आंखे, सरकार की आवाज, राज्य के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही है और हर एक व्यक्ति को विकास की कड़ियों से हम जोड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद मोदी यहां आये हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आदिवासी विकास के जो लक्ष्य है, जिसे लेकर आज इस कार्यक्रम को लेकर आपने पूरे देश को जोड़ा है, यह आदिवासी समाज के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।