नयी दिल्ली, एजेंसियां : दुनिया भर में 2020 तथा 2040 के बीच प्रोस्टेट कैंसर के मामले दोगुने से अधिक होने और मौतों में 85 प्रतिशत की वृद्धि होने की आशंका है।
इसका सर्वाधिक प्रभाव निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों (एलएमआईसी) पर पड़ सकता है। यह बात प्रोस्टेट कैंसर संबंधी लैंसेट आयोग ने कही।
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि कहा कि कम निदान और एलएमआईसी में डेटा संग्रह संबंधी अवसर चूकने के कारण वास्तविक संख्या बहुत अधिक होने की संभावना है।
अनुसंधान से जुड़े लोगों ने कहा कि वृद्ध पुरुषों में प्रोस्टेट (पौरुष ग्रन्थि) कैंसर के अधिक मामले सामने आएंगे और 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र जोखिम कारक होने के मद्देनजर जीवनशैली में बदलाव एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप आगामी वृद्धि को रोकने में सक्षम नहीं हो पाएंगे।
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