नई दिल्ली, एजेंसियां। कहा जाता है कि रोग भगाए योग । योग का सामान्य मतलब जोड़ है। योग की प्रक्रिया शरीर विज्ञान पर आधारित है और सभी अंगों के कार्य को सक्रिय रखते हुए उनके आपसी समन्वय को बनाए रखना योग का काम है।
योग नहीं करने से शारीरिक क्रियाएं शिथिल और असंतुलित हो जाती हैं। अपने सोना जैसी सेहत को खरा बनाए रखने के लिए हमें बचपन से हैं योग करना चाहिए।
आज के वक्त में उसकी जरूरत और बढ़ गयी है, क्योंकि बड़े तो बड़े, बच्चे भी कम तनाव में नहीं रहते हैं।
योग को अपना रही सारी दुनिया
प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति में योग (Yoga) को बहुत महत्व दिया गया है और अब तो पूरी दुनिया इस बात को मान चुकी है कि जो चीज जिम, हैवी वर्कआउट से नहीं हो सकते वह योग से हो संभव है, इसलिए लोग योग को अपना रहे हैं।
योग की इसी बढ़ती लोकप्रियता और इसके बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए हर साल 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस (Yoga Day) मनाया जाता है।
योग न सिर्फ बड़ों के लिए बल्कि बच्चों के लिए भी बेहद फायदेमंद (Benefits of Yoga) होता है। ये उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है।
आज जानते हैं बच्चों के लिए योग के महत्व और उन्हें कौन सा योग करना चाहिए।
दिन की शुरुआत बच्चे भी योग से करें
बढ़ती उम्र के बच्चों के लिए योग बेहद जरूरी होता है, इसीलिए बड़े और बूढ़ो को ही नहीं बच्चों को भी अपने दिन की शुरुआत योग से करनी चाहिए।
आजकल तो कई स्कूल भी योग को काफी महत्व देते हैं और बच्चों के दिन की शुरुआत योगा से करवाते हैं. यह बच्चों की एकाग्रता को बढ़ाता है।
ऐसे में ध्यान और एकाग्रता बढ़ने से उनका पढ़ाई में मन लगता है और वो चीजों को जल्दी समझ पाते हैं। इसके साथ ही योग उनमें आत्मविश्वास को बढ़ाने में भी मदद करता है।
शरीर को चुस्त-दुरुस्त और तंदुरुस्त बनाता है योग
इतना ही नहीं योग बच्चों की बॉडी को फ्लैक्सिबल भी बनाता है, जो उनकी शारीरिक विकास और मांसपेशियों को मजबूत करता है।
पढ़ाई के प्रेशर को कम करने और टेंशन फ्री रहने के लिए भी बच्चों को योग करना चाहिए। यह उनके दिमाग को संतुलित रखता है और स्ट्रेस से दूर रखता है।
इसके अलावा दिन में आधे घंटे योग करने से बच्चों को रात को अच्छी नींद भी आती है।
बच्चों के लिए योगासन और इनके लाभ
- बच्चों के लिए प्राणायाम : प्राणायाम एक श्वसन संबंधी योगासन है, जिसे करने से दिल और तंत्रिका तंत्र की एक्सरसाइज होती है। बड़ों के साथ ही बच्चों के लिए भी यह बहुत जरूरी होता है, इससे बच्चों का मन शांत रहता है और उनको सर्दी-जुखाम, खांसी इस तरह की समस्याएं भी नहीं होती है।
- बच्चों के लिए बालासन : बालासन या जिसे चाइल्ड पोज कहा जाता है, यह बच्चों के लिए करना बेहद फायदेमंद होता है, इसे करने से उनके दिमाग का विकास तेजी से होता है और उनमें पॉजिटिविटी आती है. बालासन करने से बच्चों में चिंता और तनाव भी कम हो सकता है।
- बच्चों के लिए भुजंगासन : भुजंगासन या कोबरा पोज बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. यह उनकी रीढ़ की हड्डी को मजबूती देता है साथ ही उनकी बॉडी को भी फ्लैक्सिबल बनाता है। बच्चों की बॉडी स्ट्रैचिंग के लिए इसे काफी फायदेमंद माना जाता है। यह उनकी इम्यूनिटी को भी बढ़ा सकता है।
- बच्चों के लिए नटराजासन : यह आसन बच्चों में ध्यान और एकाग्रता बढ़ाने का काम करता है। साथ ही उनकी बॉडी को भी फ्लैक्सिबल बनाता है। इस आसन को लॉर्ड ऑफ द डांस पोज या डांसर पोज के नाम से भी जाना जाता है।
- बच्चों के लिए ताड़ासन : इस आसान में बच्चों को सीधे हाथों को ऊपर करके खड़ा होना होता है इसको करने से उनकी मांसपेशियां मजबूत होती है। यह बच्चों की फिटनेस को बनाए रखने में मदद करता है. साथ ही इससे बच्चों की लंबाई भी बढ़ सकती है।
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