नई दिल्ली, एजेंसियां। काशी, मथुरा और भोजशाला मामलों के याचिकाकर्ता हरि शंकर जैन ने विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के बयान पर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा, “ना एक मंदिर छोड़ेंगे, ना एक इंच छोड़ेंगे,” और स्पष्ट किया कि ईश्वर के नाम पर लिया गया उनका संकल्प कभी समझौते से टूटेगा नहीं। जैन ने यह भी कहा कि जिस भी मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है, वह स्थान वापस लिया जाएगा और एक भी इंच नहीं छोड़ा जाएगा।
उनका यह बयान वीएचपी के उस बयान के खिलाफ था, जिसमें काशी, मथुरा और अयोध्या को छोड़कर अन्य स्थानों पर समझौता करने की बात कही गई थी।
जैन ने कहा, “जैसे अयोध्या, काशी, मथुरा का महत्व है, वैसे ही अन्य मंदिरों का भी महत्व है और उन्हें कभी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।” उन्होंने यह भी कहा कि वह जीवनभर ऐसे मंदिरों के कानूनी अधिकार के लिए संघर्ष करेंगे और हर मंदिर को वापस लाने की कोशिश करेंगे।
इसे भी पढ़ें