Guru Purnima: गुरु पूर्णिमा के अवसर पर देवघर में डुम्मा में होगा श्रावणी मेले का भव्य उद्घाटन [On the occasion of Guru Purnima, the grand inauguration of Shravani fair will be held at Dumma in Deoghar]

0
77
Ad3

Guru Purnima:

देवघर। सावन महीने की शुरुआत इस वर्ष 11 जुलाई से हो रही है और बाबा वैद्यनाथ के गुफा में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। राजकीय श्रावणी मेला 2025 का शुभारंभ आज गुरु पूर्णिमा के पावन दिन विशेष विधि-विधान एवं वैदिक मंत्रों से डुम्मा में नारियल फोड़कर और फीता काटकर किया जाएगा। आज, यानी 10 जुलाई, श्रद्धालुओं को बाबा की “स्पर्श पूजा” का अंतिम अवसर प्राप्त होगा। कल, 11 जुलाई से शुरू होकर अगला एक महीना, “स्पर्श पूजा” पर पूर्ण रोक रहेगी। इस दौरान भक्त केवल अर्घा (जलार्पण) के माध्यम से ही पूजा-अर्चना कर सकेंगे। यह व्यवस्था भीड़ और सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए की गई है, ताकि सभी श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन एवं दर्शन सुविधा मिल सके।

Guru Purnima: ‘शीघ्र दर्शन कूपन’ उपलब्ध

मंदिर प्रबंधन ने विजिट एवं दर्शन को सुविधाजनक बनाने हेतु 600 रुपये में ‘शीघ्र दर्शन कूपन’ उपलब्ध कराया है, जो रविवार और सोमवार को छोड़कर सप्ताह के अन्य दिनों में प्रेमियों को मिल सकेगा। इसके साथ ही गर्भगृह में प्रवेश पर पाबंदी रहेगी, और भक्त मंझला खंड तथा निकास द्वार पर स्थित अरघा स्थल से जल अर्पित कर पूजा कर सकेंगे।

Guru Purnima: डीसी नमन प्रियेश लकड़ा

जिला प्रशासन की ओर से डीसी नमन प्रियेश लकड़ा के मार्गदर्शन में सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया गया है। भारी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु सुरक्षा, सफाई, मेडिकल एवं यातायात प्रबंधों को विशेष रूप से लागू किया गया है। इस बार की तैयारी में कई नवाचार एवं सुविधाएँ जोड़ी गई हैं—जिसमें विशेष रूप से वृद्ध, दिव्यांग और बच्चों हेतु आरामदायक फेरी, पेयजल के पवित्र खाने-पीने की व्यवस्था, चिकित्सा सहायता और सूचना केंद्र शामिल हैं।

Guru Purnima: 11 जुलाई से आरंभ होकर

श्रावणी मेला 2025 मंगलवार, 11 जुलाई से आरंभ होकर लगभग 31 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान बीड़ाघाट, दुम्मा, पंच-तीर्थ, सुइयामारी, गुफा और बाबा वैद्यनाथ मंदिर मुख्य आकर्षण रहेंगे। श्रद्धालु सावन में बाबा की विशेष कृपा के लिए आस्था और श्रद्धा का समर्पण करते हुए यहां आते हैं। इस बार का मेला एक सुव्यवस्थित, सुरक्षित और मंगलमय अनुभव प्रदान करने का संकल्प लेकर शुरू हो रहा है।

इसे भी पढ़ें

“गुरु बिना गति नहीं” , जानिए गुरु पूर्णिमा पर पूजन, परंपरा और पुण्य कार्य

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here