नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च स्तर पर दिमागी स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने और उन तक पहुंच बढ़ाने के लिए ‘मस्तिष्क स्वास्थ्य पर राष्ट्रीय कार्य बल’ का गठन किया है।
मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी एक ज्ञापन में कहा गया है कि तंत्रिका तंत्र के विकार ‘विकलांगता समायोजित जीवन वर्ष’ (डीएएलवाई) का प्रमुख कारण है और वैश्विक स्तर पर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है तथा इसके कारण प्रति वर्ष 90 लाख लोगों की मौत होती हैं।
डीएएलवाई का अर्थ जीवन के उन वर्षों से होता है जो विकलांगता या स्वास्थ्य संबंधी अन्य परेशानी के कारण कम हो जाते हैं।
पिछले तीन दशक में भारत में अधिकतर अध्ययनों से पता चला है कि आघात, मिर्गी, सिरदर्द, पार्किंसंस रोग और मनोभ्रंश सहित विशिष्ट बीमारियों का बोझ बढ़ा है।
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