कोलकाता : पश्चिम बंगाल की जीडीपी में वृद्धि हुई है।
दूसरी ओर राजस्व घाटा, राजकोषीय घाटा और ऋण-जीएसडीपी अनुपात में कमी आई है।
वित्त वर्ष 2023-24 की आर्थिक समीक्षा में यह कहा गया है।
जीएसडीपी (सकल राज्य घरेलू उत्पाद) के प्रतिशत के रूप में राजस्व घाटा 2010-11 में 3.75 प्रतिशत से कम होकर 2022-23 में 1.76 प्रतिशत हो गया।
बृहस्पतिवार को पेश की गई समीक्षा के अनुसार पिछले कुछ वर्षों के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार ने महत्वपूर्ण सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन सुधारों को लागू किया है।
इसके चलते व्यापक राजकोषीय मापदंडों में सुधार हुआ है।
राजकोषीय घाटा के प्रतिशत के रूप में राजस्व घाटा 2010-11 के 88.43 प्रतिशत से कम होकर 2022-23 में 54.63 प्रतिशत हो गया। वर्ष 2010-11 में वर्तमान तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आई थी
समीक्षा में कहा गया कि राज्य ने 2010-11 में 21,128 करोड़ रुपये का कर राजस्व जुटाया था, जो 2022-23 में बढ़कर 83,608 करोड़ रुपये हो गया है।
समीक्षा में यह भी कहा गया कि पूंजीगत व्यय भी 2010-11 में 2,633 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022-23 में 22,753 करोड़ रुपये हो गया।
समीक्षा के मुताबिक सामाजिक सेवाओं पर खर्च 2010-11 में 6,845 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022-23 में 77,795 करोड़ रुपये हो गया।
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