रांची। टेंडर घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी मंत्री आलमगीर आलम की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद गुरुवार को ED ने उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच रांची PMLA की स्पेशल कोर्ट में पेश किया।
इसके बाद कोर्ट ने आलमगीर आलम को न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया।
कोर्ट की अनुमति से ईडी आलमगीर आलम से अब तक तीन बार पूछताछ कर चुकी है। 14 दिनों की पूछताछ में कई अहम खुलासे भी हुए हैं, जिसके आधार पर एजेंसी राज्य के वरीय आईएएस अधिकारी मनीष रंजन से पूछताछ की है। ईडी ने मनीष रंजन को 3 जून को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया है।
बता दें कि ईडी ने पांच मई को आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल समेत नौ ठिकानों पर छापेमारी की।
इस दौरान संजीव लाल के सहायक जहांगीर आलम और मुन्ना सिंह के ठिकानों से ईडी ने 35.23 करोड़ बरामद किये थे।
इसके बाद ईडी ने संजीव लाल और जहांगीर आलम को देर रात गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद ईडी ने 12 मई को मंत्री आलमगीर आलम को समन भेजकर 14 मई को पूछताछ के लिए बुलाया था।
14 मई को ईडी ने आलमगीर से नौ घंटे तक पूछताछ की थी। इसके बाद 15 मई को एजेंसी ने छह घंटे की पूछताछ के बाद आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया था।
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