नई दिल्ली, एजेंसियां: चुनाव में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर एक बार फिर से सियासी घमासान शुरू हो गया।
शिवसेना शिंदे गुट के सांसद रविंद्र वायकर के रिश्तेदार के खिलाफ केस दर्ज और टेस्ला के मालिक एलन मस्क द्वारा ईवीएम पर ट्वीट के बाद इलेक्शन कमीशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र में ईवीएम हैकिंग के आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
EVM किसी भी OTP से लॉक और अनलॉक नहीं होती
दरअसल, महाराष्ट्र में आरोप लगे हैं कि ईवीएम को मोबाइल फोन से कनेक्ट किया गया था।
महाराष्ट्र में चुनाव आयोग की रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज जो खबर आई है, उसको लेकर कुछ लोगों ने ट्वीट किए हैं।
लेकिन ये आरोप पूरी तरह से गलत हैं। उन्होंने साफ कहा कि ईवीएम को अनलॉक करने के लिए कोई OTP नही लगता है।
ईवीएम डिवाइस किसी से कनेक्ट नहीं रहता है। ईवीएम स्टैंडअलोन सिस्टम है। खबर पूरी तरह से गलत है।
हमने पेपर को नोटिस इश्यू किया है। आईपीसी की 499 धारा के तहत डिफेमेशन का केस दर्ज किया गया है।
ईवीएम को हैक करना संभव नहीं: चुनाव आयोग
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को हमने डाटा अपलोड करने के लिए मोबाइल रखने की अनुमति दी थी, लेकिन उस संबधित व्यक्ति तक वो मोबाइल कैसे गया।
उस पर हमने खुद भी एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने साफ कहा कि किसी को (पुलिस को भी ) हम सीसीटीवी नही देंगे, जब-तक कोई कोर्ट का ऑर्डर लेकर नहीं आता है।
वंदना सूर्यवंशी ने ये भी कहा कि हम बिना कोर्ट ऑर्डर के किसी को भी सीसीटीवी फुटेज नहीं दे सकते। यहां तक की पुलिस को भी नहीं।
ईवीएम कोई प्रोग्राम के लिए नहीं है, और न ही इसको हैक किया जा सकता। अब इस मामले में चुनाव आयोग की शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की गई है।
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