रांची : झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का गुरुवार निधन हो गया। चेन्नई के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। 2020 में उन्हें कोरोना हुआ था। इंफेक्शन इतना बढ़ गया था कि उनके फेफड़े का ट्रांसप्लांट करना पड़ा था। उसके बाद से वो बीमार चल रहे थे। वे गिरिडीह के डुमरी से विधायक थे।
14 मार्च को विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी। घबराहट और बेचैनी के बाद उनको पास के ही एचइसी-पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उनकी सीटी स्कैन सहित सभी प्रकार की जांच हुई , जिसमें लंग्स में माइल्ड इंफेक्शन के संकेत मिले थे। उनको आईसीयू में शिफ्ट किया गया। रात में उन्हें एयर एंबुलेंस से एमजीएम चेन्नई शिफ्ट कर दिया गया था। 14 मार्च को अस्पताल में जगरनाथ महतो का हालचाल लेने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे थे।
हेमंत सोरेन ने ट्विट कर शोक जताया
उनके निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्विट कर शोक जताया है। उन्होंने लिखा कि हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे! आज झारखंड ने अपना एक महान आंदोलनकारी, जुझारू, कर्मठ और जनप्रिय नेता खो दिया। चेन्नई में इलाज के दौरान आदरणीय जगरनाथ महतो जी का निधन हो गया। परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दें।
बाबूलाल मरांडी ने भी शोक जताया
उनके निधन पर भाजपा के विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि झारखंड सरकार के मंत्री जगरनाथ महतो के चेन्नई के अस्पताल में निधन की बेहद दुःखद सूचना मिली है। लंबे समय से बीमारी को हराते हुए योद्धा की भांति डंटे रहने वाले जगरनाथ जी का चले जाना पूरे झारखंड के लिए अत्यंत दुखदायी है। राजनीतिक भिन्नता के बावजूद व्यक्तिगत रूप से उनकी जीवटता का मैं सदैव प्रशंसक रहा हूं।
दो दिनों का होगा राजकीय शोक
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के सम्मान में दो दिनों का राजकीय शोक मनाया जाएगा। झारखंड में छह से सात अप्रैल तक राजकीय शोक होगा। इस दौरान सभी भवनों जहां नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराये जाते हैं, पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। इस दौरान किसी भी प्रकार का राजकीय समारोह नहीं होगा। इसके साथ ही राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि छह अप्रैल को राज्य के सभी कार्यालय बंद रहेंगे। मंत्री मंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग की ओर से यह अधिसूचना ज्वाइंट सेक्रेटरी अखिलेश कुमार सिन्हा के हस्ताक्षर से जारी किया गया है। वहीं गुरूवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक भी स्थगित कर दी गयी है।
किसान परिवार में जन्मे थे जगरनाथ महतो
एक किसान परिवार में जगरनाथ महतो का जन्म वर्ष 1967 में हुआ था। उन्होंने जवाहर नेहरू हाई स्कूल बोकारो से 1995 में बिहार बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा पास की थी। जब वे झारखंड के शिक्षा मंत्री बने तो आलोचकों ने कहा था कि झारखंड के शिक्षा मंत्री केवल दसवीं पास हैं। तब अपने आलोचकों के मुंह में ताला जड़ने के लिए उन्होंने इंटर में एडमिशन लिया था।
लगातार चौथी दफा जीते थे
डुमरी विधानसभा क्षेत्र से लगातार चौथी उन्होंने जीत हासिल की थी। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के प्रदीप साहू को 34,288 मतों से हराया था। वर्ष 2014 के झारखंड विधानसभा चुनाव में भी जगरनाथ महतो डुमरी से जीते थे। उन्हें कुल 77984 वोट मिले थे। तब उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी भाजपा के लालचंद महतो को 32481 मतों से हराया था। गौरतलब है कि 2009 में और 2005 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर ही जीत दर्ज की थी।