रांची : झारखंड के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने टेंडर कमीशन घोटाले के मामले में जांच का संचालन करने का कार्य शुरू कर दिया है।
इस मामले में, ईडी ने आईएएस अधिकारी मनीष रंजन से मंगलवार को लगभग आठ घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद, उन्हें तीन जून को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
इस घोटाले के क्रम में, ईडी ने मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर के फ्लैट से कई दस्तावेज प्राप्त किए हैं।
इन दस्तावेजों में यह जानकारी है कि कमीशन की राशि किन-किन लोगों को जाती थी।
ईडी ने इस संबंध में मनीष रंजन से सवाल-जवाब किए, लेकिन उन्होंने अपनी अनभिज्ञता जताई।
वे मंत्री आलमगीर आलम के सामने भी बैठकर कई सवालों का सामना किया, लेकिन इस बार भी दोनों ने ईडी के सवालों पर चुप्पी साध ली।
पहले भी ईडी ने उन्हें 24 मई को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन उन्होंने ईडी कार्यालय नहीं आया था।
हालांकि, जांच एजेंसी से समय देने का आग्रह किया गया था। इसके बाद ईडी ने उन्हें अगले ही दिन 25 मई को फिर से समन किया और 28 मई को पूछताछ के लिए बुलाया गया।
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