Delhi acid attack case:
नई दिल्ली, एजेंसियां। दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके में हुए कथित एसिड अटैक केस का सच पुलिस जांच में पूरी तरह पलट गया। पुलिस ने खुलासा किया है कि 20 वर्षीय छात्रा पर हुआ यह हमला असली नहीं था, बल्कि यह एक सुनियोजित साजिश थी, जिसे खुद छात्रा के पिता अकील खान ने रचा था।
पुलिस के अनुसार
पुलिस के अनुसार, अकील खान ने अपने पुराने दुश्मन जितेंद्र और उसके साथियों को फंसाने के लिए यह झूठी कहानी बनाई। उसने एसिड की जगह टॉयलेट क्लीनर का इस्तेमाल किया ताकि हमला असली लगे। जांच में जब सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन की पड़ताल हुई, तो आरोपी बताए गए युवक घटना के वक्त घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे।
कैसे शुरू हुई झूठी कहानी
छात्रा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि तीन युवकों जितेंद्र, ईशान और अरमान ने मोटरसाइकिल से आकर उस पर एसिड फेंका। उसका दावा था कि जितेंद्र उसे लंबे समय से परेशान करता था। घटना के बाद लड़की को आंशिक जलन हुई और सोशल मीडिया पर सहानुभूति की लहर दौड़ गई।
पुलिस जांच ने पलट दी कहानी
करोल बाग इलाके के एक सीसीटीवी फुटेज में जितेंद्र अपने काम पर जाते हुए दिखा, जो घटनास्थल से कई किलोमीटर दूर था। मोबाइल लोकेशन डेटा से भी यह बात साबित हुई।
फॉरेंसिक जांच में खुलासा
फॉरेंसिक जांच में सामने आया कि कपड़ों पर पाए गए दाग टॉयलेट क्लीनर के थे, न कि एसिड के। इसके बाद जब अकील खान से सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने साजिश की बात स्वीकार की।
पुलिस का बयान
स्पेशल सीपी रवींद्र यादव ने बताया कि यह पूरा परिवार साजिश में शामिल था। उन्होंने कहा कि “यह एक प्लांड झूठ था, जिसमें कई निर्दोषों को फंसाने की कोशिश की गई।” फिलहाल पुलिस ने अकील खान को गिरफ्तार कर लिया है और अब बेटी से भी पूछताछ जारी है। मामला अब “फर्जी एसिड अटैक केस” के तहत दर्ज किया गया है। दोषी पाए जाने पर पिता-बेटी दोनों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
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