आलमगीर से तुरंत इस्तीफा लें मंत्री
रांची। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और राज्यसभा सांसद अरुण सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव के 4 चरण संपन्न हो चुके हैं।
इसमें प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। अब हम 400 के आंकड़े की ओर बढ़ रहे हैं।
इन 4 फेज में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और अन्य राज्य में एनडीए गठबंधन को एकतरफा सीटों का लाभ हो रहा है।
अरुण सिंह ने झारखंड की गठबंधन सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि झारखंड, देश में लैंड जिहाद का सबसे बड़ा केंद्र है।
उन्होंने कहा कि झारखंड में भ्रष्टाचार और करप्शन चरम पर है। अरुण सिंह ने कहा कि आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया गया है।
देशवासियों ने देखा कि 38 करोड़ रुपए उनके सहयोगी और नौकर के पास से मिले हैं तो कल्पना करना चाहिए कि कितने 100 करोड़ और उनके पास होंगे।
उसके बाद भी अभी तक आलमगीर आलम ने इस्तीफा नहीं दिया है। मुख्यमंत्री से निवेदन है कि तुरंत उनसे इस्तीफा लें।
जांच को और तेज कर झारखंड की गरीब जनता से लूटे गए पैसे उजागर होने चाहिए। उन्होंने कहा कि ये वही आलमगीर आलम है, जिन्होंने कोविड के समय लॉकडाउन में तब्लीग़ी जमात के लोगों को जमा करके कोविड के नियमों को तोड़ते हुए अलग-अलग स्थान और बंगाल भेजने का काम किया था।
अरुण सिंह ने कहा कि लैंड माफिया, सेंड माफिया, स्टोन माफिया, लीकर माफिया झारखंड सरकार को चला रहे हैं।
सरकार अनाप-शनाप पैसा इनसे ले रही है। इसी का नतीजा है कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अभी जेल में है।
मंत्री जेल में है। 2-2 आईएएस अधिकारी भी जेल में है। यह पहला ऐसा राज्य है, जहां इतने अधिकारी भ्रष्टाचार के केस में जेल के अंदर हैं।
जब भी इंडी गठबंधन की सरकार बनती है, झारखंड को सदैव लूटने का काम करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा और एनडीए की सरकार आने पर झारखंड को संवारने का काम करती है।
जेएमएम, कांग्रेस, राजद गठबंधन की सरकार हमेशा लूटने का काम करती है। इसलिए झारखंड पीछे जा चुका है।
झारखंड में तुष्टिकरण का खेल चल रहा है। संताल परगना मैं लैंड जिहाद चल रहा है। बांग्लादेशी आते हैं।
आदिवासी लड़कियों से शादी करते हैं। शादी करने के बाद जमीन हड़पते हैं। जमीन हड़पने के बाद लड़की को बोटी-बोटी काट देते हैं, लेकिन सरकार उन पर कार्रवाई नहीं करती क्योंकि तुष्टिकरण के मार्ग पर सरकार चल रही है।
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