Mokama’s political battle:
पटना, एजेंसियां। मोकामा विधानसभा क्षेत्र इस बार बिहार चुनाव 2025 में विशेष ध्यान का केंद्र बना है। यहां दो बाहुबली नेता की राजनीति आम जनता के सामने है। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से चुनाव लड़ रहे अनंत सिंह, जिन्हें उनके समर्थक प्यार से ‘छोटे सरकार’ कहते हैं, इस बार अपनी सीट पर वीणा देवी का सामना करेंगे। वीणा देवी, जो पूर्व सांसद और बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी हैं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरी हैं।
अनंत सिंह और सूरजभान दोनों भूमिहार
मोकामा की राजनीति में भूमिहार जाति का महत्वपूर्ण प्रभाव है। अनंत सिंह और सूरजभान सिंह दोनों भूमिहार हैं, इसलिए इस चुनाव में जातिगत समीकरण निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। सूरजभान सिंह आपराधिक मामलों के चलते खुद चुनाव नहीं लड़ सकते; इसलिए उनकी पत्नी वीणा देवी को मैदान में उतारा गया है। वीणा देवी का दावा है कि उन्होंने अपने पति की छवि बदल दी है और वही बदलाव मोकामा विधानसभा में भी लाने का उनका लक्ष्य है।
वीणा देवी का चुनावी मंच और प्रमुख मुद्दे
वीणा देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास मॉडल पर तीखा हमला किया। उनका कहना है कि बिहार में विकास केवल सड़कों और फ्लाईओवर तक सीमित है, जबकि आम जनता की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। उन्होंने 10,000 रुपए की महिला सहायता राशि को भी अपर्याप्त बताया और बच्चों के लिए खर्च के लिए यह रकम पर्याप्त नहीं मानी।
मोकामा क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं पर वीणा देवी ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं बहुत कमज़ोर हैं। महिलाओं के लिए कॉलेज की जरूरत और बंद पड़े अस्पताल को पुनः चालू करने की मांग उन्होंने उठाई। उन्होंने कहा कि स्थानीय उद्योग और कृषि से जुड़े मुद्दों को भी उन्होंने सांसद रहते हुए केंद्र सरकार के समक्ष रखा।
वीणा देवी की राजनीतिक पृष्ठभूमि
वीणा देवी पूर्व में लोजपा की सांसद रह चुकी हैं और 2014-2019 तक मुंगेर से सांसद रही हैं। उनका राजनीतिक अनुभव और बाहुबली परिवार से संबंध उन्हें मोकामा में मजबूत उम्मीदवार बनाता है। उनका कहना है कि यदि उन्होंने अपने पति की छवि बदल दी, तो मोकामा की तस्वीर भी बदल सकती है।
अनंत सिंह की चुनौती
अनंत सिंह, 2020 में राजद के टिकट पर मोकामा सीट जीत चुके हैं। बाद में उनके एक आपराधिक मामले में सजा होने के बाद उनकी सदस्यता समाप्त हो गई थी। उनकी पत्नी नीलम देवी ने उपचुनाव जीतकर यह सीट जदयू में बनाए रखी। इस बार अनंत सिंह जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं और उनके समर्थक उन्हें ‘छोटे सरकार’ कहकर बुलाते हैं।
चुनावी तारीखें और प्रक्रिया
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर और दूसरे चरण की 11 नवंबर को होगी। मतगणना सभी सीटों पर 14 नवंबर को एक साथ होगी। मोकामा सीट पर इस बार का मुकाबला ‘छोटे सरकार’ और ‘सूरजभान परिवार’ के बीच होने के कारण खास आकर्षण रखता है।मोकामा के लोग इस बार बाहुबली राजनीति के बावजूद बदलाव की उम्मीद से वीणा देवी को एक नई चुनौती के रूप में देख रहे हैं।
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