Dhirendra Agrawal:
गया, एजेंसियां। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मगध की सियासत में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। गया से तीन बार सांसद रहे बीजेपी के पूर्व सांसद धीरेंद्र अग्रवाल ने पार्टी छोड़कर जन सुराज पार्टी का दामन थाम लिया है। वे 20 अक्टूबर को गया सदर सीट से पर्चा दाखिल करेंगे। यह कदम बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
धीरेंद्र अग्रवाल ने कहा
धीरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि राज्य में इस बार परिवर्तन की लहर चल रही है और जनता पारंपरिक राजनीति से ऊब चुकी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जन सुराज अब केवल आंदोलन नहीं बल्कि जनता की भावना बन चुका है। पार्टी किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए ठोस योजनाओं के साथ मैदान में उतर रही है। उनका उद्देश्य सत्ता हासिल करना नहीं बल्कि बदलाव की राजनीति करना है।
पूर्व सांसद ने आगे कहा कि वे पहले भाजपा के सिपाही रहे और तीन बार सांसद बन चुके हैं। इस बार उन्होंने भाजपा से इस्तीफा देकर जन सुराज का दामन थामा है। उन्होंने खुद पर भरोसा जताते हुए कहा कि उन्होंने पहले भी चुनौतियों को पार किया है और इस बार भी वे जीत हासिल करेंगे।
धीरेंद्र अग्रवाल ने नगर विकास पर उठाए सवाल
धीरेंद्र अग्रवाल ने गया नगर के विकास पर सवाल उठाते हुए कहा कि शहर की जनता अपने नगर विधायक से ऊब चुकी है। जाम की समस्या, अधूरी योजनाएं और विकास कार्यों में कमी ने लोगों को निराश किया है। बीते आठ बार से नगर विधायक बने भाजपा के प्रत्याशी शहर के विकास में सफल नहीं हो पाए हैं। अब समय है नई सोच और नीति वाली सरकार की, जो हर वर्ग के विकास की गारंटी दे सके।
गया सदर सीट पर धीरेंद्र अग्रवाल की इस एंट्री से चुनावी समीकरण बदल गए हैं। उनके कदम से भाजपा की स्थिति चुनौतीपूर्ण हो सकती है, जबकि जन सुराज पार्टी की साख और जनाधार बढ़ने की संभावना है। धीरेंद्र अग्रवाल का दावा है कि उनकी लड़ाई केवल सत्ता के लिए नहीं बल्कि जनता और शहर के विकास के लिए है।
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