Bihar Election 2025:
पटना, एजेंसियां। बिहार विधानसभा में झामुमो को सीट नहीं मिलने पर झारखंड की राजनीतिक सरगर्मी गर्म है। राज्य सरकार के नगर विकास मंत्री सुदिव्य सोनू ने इस पर दुख जताया और राजद और कांग्रेस पर सम्मान न देने का आरोप लगाया। हालांकि उन्होंने मुख्य रूप से इसके लिए राजद को दोषी ठहराया। मीडिया में कांग्रेस और झामुमो के गठबंधन पर दरार को लेकर कई खबरें सामने आ चुकी है। इधर, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रणव झा इस पर सफाई दी है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जून खड़गे के कार्यालय प्रभारी सह राष्ट्रीय सचिव प्रणव झा का कहना है कि झारखंड में महागठबंधन की सरकार में कांग्रेस-झामुमो का रिश्ता काफी परिपक्व है। दरअसल, वे तीन दिवसीय दौरे पर दिल्ली से झारखंड आये हैं। यहां उन्होंने बिहार चुनाव पर कांग्रेस की रणनीति व चर्चाओं पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में झामुमो को गठबंधन में सीट नहीं मिलने की जानकारी से वे बहुत दु:खी और असहज हैं। देशभर में महागठबंधन की एकजुटता प्रदर्शित करने में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी विधायक कल्पना सोरेन हमेशा भागीदार व प्रतिनिधित्व करते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड में महागठबंधन की सरकार में कांग्रेस और झामुमो मजबूत रिश्ते में है। बिहार के परिपेक्ष्य में झामुमो की नाराजगी जाहिर करना उचित है। बिहार में राजद महागठबंधन के सहयोगी दलों के साथ सीट समझौते पर निर्णय ले रही थी। कांग्रेस पिछले चुनाव की तुलना में कम सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पिछली बार 70 सीट की जगह इस बार 61 सीट पर उम्मीदवार हैं। उसमें भी 52 सीटों पर सीधे चुनावी मैदान में हैं, जबकि नौ पर महागठबंधन के दल फ्रेंडली चुनाव लड़ रहे हैं। इस तरह 18 सीट कांग्रेस के कम हैं।
कांग्रेस पार्टी सीटों को लेकर राजद के साथ खुद ही तालमेल बिठाने को लेकर नामांकन के अंतिम क्षण तक परेशान रही है। कांग्रेस ने अपने उम्मीद्वारों को टिकट सिंबल नामांकन के एक-दो दिन पहले तक दिया है। बिहार में महागठबंधन के साथ हिस्सेदारी की जबावदेही राजद के पास थी। इसलिए झामुमो को बिहार में सीटें नहीं मिलने के लिए राजद ही पूरी तरह जिम्मेदार है।
इसे भी पढ़ें



