संभल, एजेंसियां। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने संभल जिले में दो दिन तक 20 कूपों और 6 तीर्थ स्थलों का गहन सर्वे किया। इस दौरान सबसे ज्यादा समय प्राचीन कल्कि विष्णु मंदिर को दिया गया, जहां टीम ने मंदिर की संरचना, पुजारी से जानकारी और अन्य साक्ष्यों का विश्लेषण किया।
कल्कि मंदिर की महत्वपूर्णता
संभल का कल्कि विष्णु मंदिर धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, जहां भगवान कल्कि के अवतरण का उल्लेख पुराणों में मिलता है। मंदिर की विशिष्ट वास्तुकला, जिसमें सुदर्शन चक्र जैसी आकृतियां उभरी हुई हैं, को लेकर चर्चा चल रही है। मंदिर की देखभाल पंडित महेंद्र शर्मा और उनके परिवार द्वारा पीढ़ी दर पीढ़ी की जाती है।
सर्वे का उद्देशय
इस सर्वेक्षण का उद्देश्य इन प्राचीन स्थलों का संरक्षण और उनका ऐतिहासिक महत्व दर्ज करना है। इसके अलावा, पर्यटन विभाग द्वारा मंदिर के विकास के लिए 86 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया गया है, जिसमें पर्यटकों के लिए सुविधाएं और यज्ञशाला का निर्माण किया जाएगा।
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