सुदेश बोले- सामूहिकता और संतुलन आदिवासी जीवन शैली के अभिन्न अंग
सिल्ली। पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन का सामना कर रही है। लेकिन, इस संकट का समाधान आदिवासियों की जीवनशैली में छिपा है।
प्रकृति संवर्धन, सामूहिकता और संतुलन आदिवासी जीवन शैली के अभिन्न अंग हैं। बिना किसी पद और पावर के आदिवासी समाज ने प्रकृति की रक्षा किया है।
ये बातें आजसू पार्टी अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहीं। वे विश्व आदिवासी दिवस पर सिल्ली में आयोजित आदिवासी अखड़ा सह सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
समाज के लोगों को किया गया सम्मनित
मौके पर समाज में बेहतर कार्य करनेवाले लोगों को सम्मानित किया गया। पौधा भी बांटे गए। उन्होंने कहा कि पंचायती व्यवस्था से जुड़े ग्राम प्रधान व सरपंच को शक्तियां देनी होगी।
प्रारंभिक निर्णय लेने का अधिकार ग्राम प्रधान के पास होना चाहिए। हर फैसले में शासन का हस्तक्षेप न हो।
इस व्यवस्था को स्थापित करने और सुदृढ़ करने की हमारी तैयारी है। कार्यक्रम में सिल्ली राजा पुष्पेंद्रनाथ सिंहदेव, पूर्व जिप अध्यक्ष सुकरा सिंह मुंडा, पूर्व जिप उपाध्यक्ष चितरंजन महतो, जितेंद्र बड़ाईक, जयपाल सिंह, संजय सिद्धार्थ, चितरंजन महतो व गौतम साहू आदि उपस्थित थे।
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