नई दिल्ली, एजेंसियां। दूरसंचार विभाग (डीओटी) अब फर्जी मोबाइल कनेक्शनों की पहचान एआई के जरिए कर रहा है। इसके आधार पर विभाग द्वारा अब तक 78.33 लाख फर्जी कनेक्शन काटे जा चुके हैं। फर्जी दस्तावेजों पर प्राप्त मोबाइल कनेक्शनों की पहचान के लिए एआई आधारित उपकरण विकसित किया गया है।
इसके अलावा साइबर अपराध में संलिप्तता की रिपोर्टिंग के आधार पर 6.78 लाख मोबाइल कनेक्शन काट दिए गए हैं।
ग्राहकों को मोबाइल कनेक्शन जारी करने के लिए केवाईसी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है। दूरसंचार विभाग ने अब दूरसंचार लाइसेंसधारियों को अपने पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) (फ्रैंचाइजी, वितरक और एजेंट) को पंजीकृत करना अनिवार्य कर दिया है, जो ग्राहकों का पंजीकरण करते हैं और लाइसेंसधारियों की ओर से सिम जारी करते हैं।
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