India-Nepal border:
नई दिल्ली, एजेंसियां। भारत और नेपाल के बीच छह साल बाद इस महीने बाउंडरी वर्किंग ग्रुप (BWG) की बैठक होने जा रही है। यह द्विपक्षीय समूह भारत-नेपाल सीमा पर पिलर्स की मरम्मत, निर्माण और सर्वे जैसे तकनीकी कामों को देखता है। हालांकि, सुस्ता और कालापानी जैसे विवादित इलाकों को बातचीत से बाहर रखा गया है।
India-Nepal border:2022 तक पूरे किये जाने थे बॉर्ड
र्डर से जुड़े सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे।
लेकिन, कोरोना महामारी और उसके बाद नक्शे को लेकर बढ़े विवाद के कारण बातचीत ठप हो गई। अब भारत ने जुलाई के दूसरे और अंतिम हफ्ते के लिए दो संभावित तारीखें प्रस्तावित की हैं।
India-Nepal border:BWG की स्थापना 2014 में हुईः
BWG की स्थापना 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेपाल यात्रा के दौरान हुई थी। यह ग्रुप बॉर्डर पिलर्स की मरम्मत (D2), GPS आधारित सर्वेक्षण (D4), दोनों देशों की ज़मीन पर कब्जों की सूची (D3) और संयुक्त निरीक्षण (D1) जैसे तकनीकी पहलुओं पर काम करता है।
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